जयमंगला गढ़ पहुंचने बाला सड़क हुआ बदहाल, कीचड़ से होकर जाने को विवश हैं श्रद्धालु

मंझौल : तकनीकी और प्रशासनिक स्वीकृति मिलकर टेंडर होने की आस में जयमंगलागढ़ अप्रोच पथ का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। आलम यह है कि बारिश होने से तीन किलोमीटर के इस मार्ग पर अधिकांश जगह जल जमाव व कीचड़ हो गया है। जिससे जयमंगलागढ़ जाने बाले लोगों को अत्यंत ही मुश्किल और कठिन परिस्थितयों से दो चार होना पर रहा है।

वीआईपी ने सड़क के इस दुर्दशा पर दी है आंदोलन की चेतावनी मंगलवार को जल्द से जल्द सरक निर्माण की मांग को लेकर विकासशील इंसान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंझौल एसडीओ को मांग पत्र सौंपा । युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष समीर सिंह चौहान ने कहा कि प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटक जयमंगला गढ़ जाते हैं। सड़क की बदहाली के कारण यात्रा करने में उन्हें भारी फजीहत का सामना करना पड़ता है। कावर झील एशिया की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील है। इससे इसके अंतरराष्ट्रीय महत्व का अंदाजा लगाया जा सकता है . ऐसी स्थिति में सड़क की बदहाली से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पूजा करने के लिए जयमंगला गढ़ पहुंचते हैं. बरसात के दिनों में तो स्थिति और भी भयावह हो जाती है। सड़क में गड्ढा या गड्ढे में सड़क कुछ पता ही नहीं चलता. 15 दिनों के अंदर सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं होने पर विकासशील इंसान पार्टी के कार्यकर्ता चरणबद्ध आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेंगे. कार्यक्रम का नेतृत्व युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष ठाकुर कुंदन कुमार शर्मा ने किया । मौके पर रोहित सहनी राजा राम साहनी मुकेश कुमार मोहम्मद सत्तार रामनिवास महतो के साथ अन्य लोग उपस्थित थे।

क्या कहते हैं जेई ग्रामीण पथ निर्माण विभाग मंझौल के जेई सन्दीप कुमार ने बताया कि उक्त सड़क और छौड़ाही प्रखंड के एक सड़क दोनों का एकसाथ टेंडर होना है। टेंडर हुआ भी लेकिन एकाधिक संवेदक के द्वारा टेंडर नहीं भरने की परिस्थिति में नियमतः प्रथम बार टेंडर रद्द हो गया । अब फिर से टेंडर किया जायेगा । जिसके बाद जल्द ही निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया जाएगा।