बाढ़ के पानी में अज्ञात महिला के शव को बिना जांच पड़ताल के चौकीदार ने शव को नदी में बहाया

मंझौल : जिले के मंझौल ओपी क्षेत्र के सिवरी राजघाट के समीप तटबन्ध में सटे बाढ़ के पानी में अज्ञात महिला की रविवार अलसुबह शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी , वही महज 500 मीटर की दूरी पर पुलिस नहीं पहुंच सकी। चौकीदार ने शव के पैर में रस्सी बांध कर नदी के तरफ नाव से ले जाकर नदी के धार में शव को बहा दिया।

मिली जानकारी के अनुसार उक्त तटबन्ध पर सुबह सुबह दौड़ने बाले युवकों का आना जाना लगा रहता है। इसी क्रम में एक युवक ने शव के पैर को पानी से निकले देखकर अपने साथी में चर्चा की कहीं कोई डूबा हुआ तो नहीं है। कानों कान यह खबर इलाके में फैल गयी और कुछ देर में ही लोगों की भारी जमा हो गयी। इस क्रम में दो तीन व्यक्ति के द्वारा स्थानीय पुलिस को सूचना दी गयी लेकिन दो घण्टे चले इस घटनाक्रम में पुलिस नहीं पहुंच सकी, नाव बैठे घूम रहे चौकीदार को जब इस बात की जानकारी हुई तो शव को निकालने के लिए काफी प्रयास किया लेकिन शव में कुछ वजनदार वस्तु बंधे होने से शव नहीं निकल पाया। तब चौकीदार पानी मे कूद कर शव के पैर में रस्सी बांध कर किनारे से खींचा तो पता चला कि यह शव किसी महिला की थी। जिसकी शिनाख्त नहीं हो पाई और चौकीदार शव को लेकर पानी मे नदी के धार के तरफ जाकर भसा दिया। चौकीदार से इस मामले पर जानकारी के लिए सम्पर्क की गई लेकिन समाचार प्रेषण तक सम्पर्क नहीं हो पाया।

वहीं ओपी अध्यक्ष सुबोध कुमार ने किसी सांप काटे महिला की शव को बिना जलाये फेंक देने की बात कही। लेकिन बड़ा सवाल यह है चोरी की जांच , गोलीकांड की जांच और अज्ञात शव की जांच पड़ताल इन सभी चीजों में मंझौल पुलिस की दिलचस्पी ना होना। लॉ इन आर्डर पर बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।