मंझौल डीएसपी सत्येंद्र कु सिंह ने छौड़ाही ओपी अध्यक्ष को ठीक से थानेदारी करने की दी हिदायत

मंझौल : बेगूसराय जिले के छौड़़ाही ओपी क्षेत्र के मिल्की गांव की एक विधवा वृद्ध महिला को डायन के आरोप में मैला पिलाने एवं शारीरिक प्रताड़ना कर घर पर कब्जा कर लेने की घटना को हल्के से लेना छौड़ाही ओपी अध्यक्ष को महंगा पड़ गया। दरअसल डीएसपी मंझौल द्वारा 5 दिन पहले ” द बेगूसराय ” में छपी खबर के बाद छौड़ाही ओपी अध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज कर पीड़िता को न्याय देने का आदेश दिया गया था। लेकिन आरोपितों से सांठगांठ कर मामले को रफा-दफा कर देने एवं अपने घर नहीं जा पाने से हताश अपमानित पीड़िता ने शनिवार कि सुबह डीएसपी मंझौल के आवास पहुंच न्याय देने की गुहार लगाने लगी।

नियम कानून पालन करते हुए थानेदारी करने की हिदायत दी मामले की सारी जानकारी प्राप्त करने के बाद डीएसपी मंझौल सत्येंद्र कुमार सिंह ने फोन कार्रवाई के संबंध में पूछा तो ओपी अध्यक्ष छौड़ाही ओमप्रकाश ने उन्हें मामला गलत होने के साथ मामला समाप्त हो जाने की जानकारी दी गई। दूसरी ओर पीड़िता सामने थी। डीएसपी ने सख्त लहजे में छौड़ाही ओपी अध्यक्ष को नियम कानून पालन करते हुए थानेदारी करने की हिदायत दी । कहा उक्त मामले में खबर छपने के बाद प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया था। डीएसपी ने ओपी अध्यक्ष को कहा मामला दर्ज कर जांच करनी चाहिए थी। गंभीर धाराओ के तहत आवेदन दिया गया है। सीधी जांच उचित नहीं है। पीड़िता को न्याय मिलना चाहिए तुरंत प्राथमिकी दर्ज कर हमें सूचित करें।

“लॉ इन आर्डर” पालन को ले गैरजिम्मेदाराना हरकत कतई बर्दाश्त नहीं होंगे डीएसपी ने पीड़िता को भयमुक्त रहने एवं पुलिस प्रशासन द्वारा पूरा सहयोग करने का आश्वासन दें संतुष्ट कर विदा किया गया। बताते चलें कि करीब चार महीने से मंझौल अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी का पद प्रभार में चलने से अनुमंडल क्षेत्र के कई थानेदार निरंकुशता का आभास करने लगे हैं। नवपदस्थापन के बाद डीएसपी सत्येंद्र सिंह का रुख कानून व्यवस्था को बनाये रखने को लेकर सख्त हैं । डीएसपी सत्येंद्र सिंह ने बताया कि कानून पालन करने को लेकर गैरजिम्मेदाराना हरकत कतई बर्दाश्त नहीं किये जायेंगे ।