बेगूसराय में सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल मूसलाधार बारिश से गिरकर हुई बर्बाद

खोदावंदपुर/बेगूसराय : आश्विन मास के कनहा नक्षत्र में रुक रुककर हो रहे मुसलाधार बारिश व तेज हवा से किसानों के खेतों में लगी सैकड़ों एकड़ में धान की फसल गिरकर बर्बाद हो गयी है.कड़ी मेहनत सेे खेेेतों में लगाये धान की तैयार फसल गिर जाने से किसान खासे परेशान हैं. तथा किसानों को महाजनों से लिये कर्ज की अब चिंता सताने लगी है.बरियारपुर पूूर्वी पंचायत केे वार्ड चार के किसान जितेंद्र कुमार, राम प्रवेश महतो, सुरेेन्द्र महतो, संंजय कुमार, राम बाबू महतो, दिनेेश महतो, नंंदलाल महतो, रामकुमार महतो, धर्मेंद्र कुमार, हरेराम महतो, नरेेेश महतो, रामचन्द्र दास, रामशरण महतो, रामप्रकाश महतो, अशर्फी महतो, बालीचरण महतो, राजाराम महतो, संंजीत कुमार समेत अनेक लोगों ने बताया कि विगत एक सप्ताह से लगातार हो रहे बारिश से सैकड़ों एकड़ में लगी तैयार धान की फसल एवं गन्ना गिरकर बर्बाद हो गयी है.

इतना ही नहीं पानी में गिरे धान की फसल अंकुर भी किया गया.गिरे धान की फसल से न तो धान निकल सकेगा और न ही पशुओं के खाने की चारा. इससे किसानों को महाजनों से लिये गये कर्ज व उधार की चिंता सताने लगी है.उन्होंनेे बताया कि मौसम जल्द साफ नहीं होती है तो कुछ किसानों के खेेेतों में बचे धान की फसल भी बर्बाद हो जायेगी. बताते चले कि इस वर्ष मौसम साथ देने से किसानों के खेतों में लगी धान की फसल में बनी नमी से काफी फायदा हुई थी. इससे किसानों को फसलों की अच्छी पैदावार होने की उम्मीदें थी, लेकिन अब जो लगातार बारिश हो रही है वह काफी नुकसानदेह है.

प्रखंड क्षेत्र के सागी, दौलतपुर, बाड़ा, बरियारपुर पश्चिमी, फफौत, बरियारपुर पूर्वी, खोदावंदपुर एवं मेघौल पंचायतों के विभिन्न गांवों के अधिकतर किसानों का धान व गन्ना की फसलें क्षतिग्रस्त हो गयी है. मौसम के बनते बिगड़ते मिजाज से किसानों के फसलों पर व्यापक असर पड़ने की पूरी आशंका है. क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों ने सरकार एवं उच्चाधिकारियों से क्षतिग्रस्त धान व गन्ने के फसलों की जांच कर उचित मुआवजा देने एवं बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की मांग की है.