तालाबों में गंदगी का अंबार छठ मईया करथीन बेरा पार , कीचड़ व कचड़ा की भरमार से छठ व्रती परेशान

खोदावंदपुर/बेगूसराय : जिले के खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र में लोक आस्था का महापर्व छठ नदी के घाटों एवं तालाबों के तट पर मनाने की परम्परा रही है. बुढ़ीगंडक नदी के तटवर्ती लोग नदी किनारे तथा दुर दराज के लोग अपने गांवों के निकटवर्ती तालाब व नदी पर छठ व्रत करते हैं. प्रखंड के आधी आबादी चलकी, तेतराही, भोजा गांव के लोग चलकी पोखर पर, सागी, गोसाईमठ, नारायणपुर और नकटा गांव के लोग नकटा पोखर पर, मसुराज बलुआहा, पथराहा गांव के लोग मसुराज पोखर पर, बरियारपुर पश्चिमी एवं पूर्वी के लोग नागापोखर पर, बरियारपुर पूर्वी व चकवा गांव के लोग हकरू महतो पोखर पर, खोदावंदपुर व मुसहरी के लोग मुसहरी पोखर पर तथा मलमल्ला पासवान व कुशवाहा टोल के लोग मलमल्ला पोखर पर छठ व्रत करते हैं. इस वर्ष रुक रुक कर हुए मूसलाधार बारिश से संपूर्ण प्रखंड क्षेत्र के तालाबों में पानी भरा हुआ है.

अत्यधिक गड्ढा रहने के कारण इस वर्ष नदी एवं तालाबों में अर्घ्य देने में छठ व्रतियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा. इतना ही नहीं कुछ तालाबों के चारों ओर स्थानीय लोगों के द्वारा जमीन का अतिक्रमण कर लिया गया है.जिससे छठ व्रतियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा. तालाबों में लबालब पानी का रंग काला हो गया है.अधिकांश तालाबों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है.पानी के सतह पर किचड़ है. इसको देखकर दण्ड व्रती एवं छठ व्रती काफी परेशानी हैं. ग्रामीण सहित दर्जनों समाजिक कार्यकर्ताओं ने बताया कि क्षेत्र के अधिकांश तालाबों में मछली पालन किया जाता है और उसमें दवा दी जाती है. जिससे पानी काफी गंदा है.तथा उसमें से बदबू निकल रही है. उन्होंने बताया कि यदि इसका साफ- सफाई नहीं किया गया, तो छठ पर्व करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा.

कहते हैं अधिकारी: सुबोध कुमार, अंचलाधिकारी, खोदावंदपुर ने बताया बूढ़ीगंडक नदी एवं तालाबों के घाटों की साफ- सफाई मामले में सरकार द्वारा छठ घाटों की सफाई के लिए कोई राशि आवंटित नहीं है. संबंधित पंचायत के जनप्रतिनिधियों को प्रेरित कर घाटों की साफ- सफाई करवाने का प्रयास किया जा रहा है.