चेरिया बरियारपुर मे सर्किल इंसपेक्टर की कार्यशैली पर उठ रही हैं अंगुलियां डीजीपी द्वारा गठित टीम कर रही हैं जांच

चेरिया बरियारपुर (बेगूसराय): डीजीपी के निर्देशन मे गठित दो सदस्यीय टीम ने गुरुवार को चेरिया बरियारपुर एवं खोदावंदपुर थाना के स्टेशन डायरी सहित अन्य अभिलेखों का निरीक्षण किया। जानकारी अनुसार उक्त दोनों थाना क्षेत्र के ग्रामीणों के आवेदन पर कारवाई की गई है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार मंझौल सर्किल इंस्पेक्टर विभा कुमारी के विरुद्ध ग्रामीणों ने शराब माफिया से गठजोड़ सहित अपराधी को संरक्षण देने का आरोप लगाया गया था।

चेरियाबरियारपुर मे सर्किल इंसपेक्टर की कार्यशैली पर उठ रही हैं अंगुलियां, डीजीपी द्वारा गठित टीम कर रही हैं जांच

जिसका तस्दीक उक्त दोनों थाना के स्टेशन डायरी का हवाला दिया गया था। जिसमें दोनों थाना के द्वारा हिरासत मे लिए गए हुए आरोपी को छोड़े जाने की चर्चा आम है। जिसमें चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के विश्वकर्मा चौक पर 20 अगस्त को पुलिस निरीक्षक ने नशे की हालत में एक स्थानीय व्यक्ति को गिरफ्तार कर छोड़ दिया था।

शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाने वाले दबंग व्यक्ति को पुलिस इंस्पेक्टर ने अपनी गाड़ी में बैठाने के बाद छोड़ दिया, इस बात का जिक्र स्टेशन डायरी में है। लोगों में चर्चा यह है कि आखिर पुलिस इंस्पेक्टर ने शराब पीकर हंगामा कर रहे व्यक्ति को किस आधार पर छोड़ दिया। जब उसे घटनास्थल से नशे की हालत में उठाया गया तो उसकी मेडिकल जांच क्यों नहीं करायी गई।

बिना मेडिकल जांच कराए आधे घंटे में छोड़ देना पुलिसकर्मी की कर्तव्यहीनता को दर्शाता है। अब स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस पुलिस इंस्पेक्टर के विरुद्ध स्टेशन डायरी में शराबी को छोड़ने का जिक्र किया गया है, उन पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई है। यदि स्टेशन डायरी में इंस्पेक्टर के विरुद्ध लिखा गया तथ्य गलत है तो थानाध्यक्ष के विरुद्ध अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।

इस कारण चौक पर विधि व्यवस्था प्रभावित हो गई थी। दरअसल मामला है कि चौक पर वैध वसूली को लेकर दो गुटों में उक्त तिथि को शाम में झड़प हुई थी। इस बीच पुलिस इंस्पेक्टर विभा कुमारी वहां पहुंची और नशे में धुत हंगामा कर रहे एक दबंग व्यक्ति को इंस्पेक्टर गिरफ्तार कर ले गई।

पुनः आधे घंटे के बाद वो व्यक्ति उस जगह पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। तत्काल स्थानीय लोग शांत रहे फिर थानाध्यक्ष को घटना की सूचना दी। थानाध्यक्ष ने दूसरे दिन घटना की जांच कराया। मामले में सहायता पाये जाने पर थानाध्यक्ष ने पुलिस निरीक्षक विभा कुमारी के विरुद्ध स्टेशन डायरी में मामला दर्ज कर दिया।

उसमे उल्लेख किया गया है कि शराब के नशे में धुत व्यक्ति को इंस्पेक्टर ने पकड़कर छोड़ दिया। इस कारण विधि व्यवस्था प्रभावित हो गई थी। इसके बाद से इंस्पेक्टर की कार्यशैली पर उंगली उठने लगी है।

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