अनुमंडल कार्यालय मंझौल मे कोरोना की एंट्री से मचा हड़कंप

मंझौल (बेगूसराय) : वैश्विक महामारी कोरोना का संक्रमण जहां देश दुनिया में तहलका मचा कर रख दिया है. वहीं बिहार प्रदेश भी इससे अछूता नहीं है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण ने शहर से लेकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी पैर फैलाना शुरू कर दिया है. जिससे लोगों मे त्राहिमाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार जिले मे संक्रमितों की संख्या दो हजार के आंकड़े को छूकर आगे निकल चुकी है.

जबकि मंझौल अनुमंडल कार्यालय के पदाधिकारी सहित पांच कर्मी के कोरोना की जद मे आने की खबर से पूरे अनुमंडल के कर्मियों मे हड़कंप मच गया है. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार मंगलवार को जैसे ही कार्यालय खुला. उसके थोड़ी देर बाद एक पदाधिकारी सहित पांच कर्मियों के कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने की सूचना मिली. उक्त सूचना मिलते ही उपस्थित कर्मियों मे हड़कंप मच गया. सभी कर्मी कार्यालय छोड़कर बाहर निकल गए. तथा एहतियातन कार्यालय मे ताला लगा दिया गया. उसके कुछ देर बाद पूरे अनुमंडल परिसर को सैनिटाइज करने का काम किया गया। अनुमंडलाधिकारी दुर्गेश कुमार ने एक अधिकारी सहित पांच कर्मियों के कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव होने की पुष्टि करते हुए बताया पीड़ितों को होम क्वारेंटिन कर इलाज प्रारंभ कर दिया गया है. साथ ही उनके संपर्क में आए अन्य कर्मियों का सैंपल जांच हेतु भेजा जा रहा है.

विदित हो कि कुछ दिन पहले मंझौल बाजार में कपड़ा व्यवसायी के परिवार में कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद बाजार को सील कर दिया गया था. लेकिन इसके बावजूद सील किये गए जगह के अंदर भी खुलेआम कुछ दुकाने खुल रही हैं. सूूूत्रों की मानें तो इस दौरान कुुुछ दुकानदारों के द्वारा ग्राहकों को दुकान तक पहुंचने के लिए सील किए गए बैरेकेटिंग को भी क्षति पहुंचाया गया. जबकि प्रशासन के साथ आंखमिचौली का खेल खेलते हुए आधे शटर पर सभी दुकानें खुलती रही. इस दौरान प्रशासन के गाड़ी पहुंचते ही शटर गिरा दिया जाता था. जबकि गाड़ी निकलते ही पुनः आधे शटर पर दुकान खुल जाती रही है. जिससे कोरोना के बड़े पैमाने पर पांव पसार लेने की संभावना प्रबल हो गई है.