छौड़ाही (बेगूसराय): चेरिया बरियारपुर नारायणपीपर छौड़ाही मुख्य पथ में छौड़ाही ओपी क्षेत्र के गुआवाड़ी पुल के पास एक युवक का बाइक एवं रुपए लूट रहे अपराधियों को ग्रामीणों ने गुरुवार की रात खदेड़ कर दबोच लिया।पिटाई के बाद सभी अपराधियों को छौड़ाही पुलिस के हवाले कर दिया गया। आश्चर्य की बात की लुटेरों को छौड़़ाही पुलिस ने शरीफ बता देर रात में ही थाने पर से मुक्त कर दिया। जिसके बाद ग्रामीणों में छौड़ाही पुलिस के प्रति भाड़ी आक्रोश व्याप्त हो गया है। इस संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार नारायणपीपर निवासी मंटू डीलर के पुत्र मुकेश कुमार पासवान किसी कार्य से अनुमंडल मुख्यालय मंझौल की और गए थे।चेरिया बरियारपुर होते हुए वह देर शाम घर लौट रहे थे। देर शाम अपराधियों ने गुआवाड़ी पुल के पास युवक से बाइक , मोबाइल और नगद रुपए लूटने लगे । युवक उस समय ब्लूटूथ के माध्यम से मोबाइल से स्वजनों से बात कर रहा था जो अपराधी समझ नहीं सका ।इसी दौरान मौका पाकर युवक ने अपने स्वजनों को घटना की सूचना मोबाइल से दे दी ।सूचना मिलते ही स्वजनों और दर्जनों ग्रामीण भाग रहे अपराधियों की घेराबंदी कर दी। फिर गुआवाड़ी पुल से आगे खदेड़ कर सभी अपराधियों को पकड़ लिया।
पकड़ाये बदमाश को ग्रामीणों ने पुस्ट पिटाई की पकड़ाए पांचों अपराधियों को ग्रामीणों ने काफी पिटाई की । इसी बीच सूचना पर पहुंची छौड़ाही पुलिस को ग्रामीणों ने सभी अपराधियों को पुलिस के हवाले कर दिया। सभी अपराधी चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के श्री पुर गांव के बताए जा रहे है।दूसरी तरफ ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए अपराधियों को अपने कब्जे में करने के बाद छौड़ाही पुलिस ने ग्रामीणों को शांत होने एवं वापस घर लौटने की अपील की। छौड़ाही पुलिस ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि सभी अपराधियों जेल भेजा जाएगा। लेकिन, गुरुवार देर रात हीं अपराधियों को छौड़ाही पुलिस ने थाने पर से ही शरीफ बता मुक्त कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि विगत एक माह में पांच ग्रामीण का मोबाइल, रुपया , साइकिल अपराधियों ने गुआवाड़ी पुल के आसपास लूट लिया है। यह 10 किलोमीटर तक एक भी घर नहीं है । ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद सुनसान स्थल से अपराधियों को पकड़ा था। जिसे छौड़ाही ओपी अध्यक्ष ने पैसे लेकर छोड़ दिया है। अपराधियों को शरीफ बताने वाले छौड़ाही पुलिस को यह भी बताना चाहिए कि देर रात में अपने गांव से 10 किलोमीटर दूर उक्त सुनसान स्थल पर पांचों युवक क्या कर रहे थे। शिकायत अधिकारियों से की गई है।
मालूम हो कि नारायणपीपड़ गांव में अपराधियों के बढ़ते मनोबल और अपराधी पुलिस सांठगांठ के बाद ग्रामीणों ने कानून को अपने हाथ में लेते हुए 2 वर्ष पहले तीन अपराधियों को पीट-पीटकर मार डाला था। उसके बाद भी उक्त सड़क पर अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहा है। उसी घटना की पुनरावृति गुरुवार देर रात होते होते बच गई । छौड़ाही पुलिस द्वारा अपराधियों को मुक्त कर दिए जाने के बाद से ग्रामीणों का विश्वास पुलिस पर कम होता जा रहा है।