छौड़ाही पुलिस को नहीं मिल रहा नितेश के हत्यारे का सुराग, लगातार हो रहे ब्लाइंड मर्डर से सहमे हैं छौड़ाही के लोग

छौड़ाही (बेगूसराय) : छौड़ाही ओपी क्षेत्र में लगातार हो रहे हत्याओं में ब्लाइंड मर्डर सर्वाधिक है। विगत दिनों हुई दो ब्लाइंड मर्डर से छौड़ाही वासियों मे दहशत है। इसका सबसे बड़ा कारण है छौड़ाही पुलिस की कांड के उद्भेदन में शिथिलता। इन ब्लड ब्लाइंड मर्डर केस में पुलिस अब तक कोई सुराग नहीं ढूंढ पाई है। दो महीने पहले ऐजनी गांव के एक बालक की हत्या के बाद शुक्रवार को बगल के डूमरी गांव में हुई नितेश के हत्या के कारणों तक भी नहीं पहुंच पाई पुलिस की कार्यशैली से आम लोगों में काफी आक्रोश है। खास बात कि दोनों शव के गुप्तांग एवं मलद्वार से खून रिस रहा था।

ग्रामीण इस बात से भी काफी आक्रोशित हैं कि शराब पकड़ने एवं छोड़ने के मामले में पुलिस जितनी सक्रिय रहती है उतनी सक्रियता हत्या कांड सुलझाने में नहीं दिखाती है। पुलिस अगर मृतक के स्वजनों के शिकायत पर कार्रवाई करती तो आज यह दिन देखना नहीं पड़ता। ग्रामीण इस बात से भी आक्रोशित हैं कि सूचना देने पर पुलिस अफसर द्वारा बताया जाता है कि वह शराब की खोज में है कुछ देर बाद आते हैं। किसने नितेश की हत्या कर चिमनी के एक कमरे में फंदे पर शव को लटका दिया गया। ऐसे कई ब्लाइंड मर्डर केस है जो छौड़ाही पुलिस के लिए अबूझ पहेली बनी हुई है और हत्यारे छुट्टा घूम रहे हैं।

चिमनी के कमरे में कैसे पहुंचा नितेश : मृतक नितेश पढ़ने वाला लड़का था। 10 बजे दिन में खाना पीना खाकर टहल ने निकला। शाम तक घर नहीं आने पर काफी खोजबीन किए नहीं मिला। पुलिस को सूचना दिए कोई कार्रवाई नहीं हुई। सुबह सवेरे चिमनी के कमरे में उसका शव फंदे पर लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस इसे आत्महत्या का मामला दे यूडी केस दर्ज करने पर अड़ी थी। जब ग्रामीण शव लेकर थाना पहुंच गए तब हत्या की प्राथमिकी पुलिस को दर्ज करनी पड़ी। मृतक के स्वजनों का स्पष्ट कहना है कि नितेश का पहले अपहरण किया गया है उसके बाद उसके गुप्तांग एवं मलद्वार को कूच कर एवं गला दबाकर दूसरे जगह हत्या की गई है।

इसके बाद शव को आत्महत्या का रूप देने के लिए सुनसान जगह स्थित बंद बीबीसी चिमनी के कमरे में फंदे पर लटका दिया गया है। नितेश 80 किलो से ज्यादा वजन का था। इसकी हत्या में कम से कम चार लोगों के शामिल होने की संभावना है। स्वजनों का कहना है कि नितेश स्मार्टफोन रखता था। उसके फोन काल एवं इंटरनेट चैट का डिटेल्स पुलिस को जल्द उपलब्ध करवाना चाहिए। जिससे हत्यारों का सुराग मिल सकता है।

मालूम हो कि घटनास्थल के बगल के ऐजनी गांव में दो महीने पहले एक 12 वर्षीय बालक की हत्या कर कर दी गई थी। मृतक के गुप्तांग एवं मलद्वार से खून निकल रहा था। बालक के स्वजनों ने भी पहले छौड़ाही पुलिस को गुमशुदगी का आवेदन दिया था। लेकिन पुलिस ध्यान नहीं दी। अगले दिन सुबह होते ही बालक का शव थाना से मात्र 200 मीटर दूर एक गाछी में फेंका मिला था। थाना के बगल में हत्या कर शव को फेंकने वाले हत्यारों का आज तक सुराग पुलिस नहीं लगा पाई है। ठीक 2 माह बाद नितेश की हत्या हुई इसके भी गुप्तांग एवं मलद्वार को से खून रिस रहा था। जिससे दोनों हत्या एक ही अपराधी गिरोह द्वारा करने एवं हत्यारे के शातिर होने की बात सामने आ रही है।

मंझौल डीएसपी सत्येंद्र कुमार शनिवार को घटनास्थल ऐजनी डुमरी गांव के बीबीसी चिमनी पहुंच घटनास्थल का निरीक्षण किया। डीएसपी ने मृतक के स्वजनों का भी बयान लिया। डीएसपी का कहना था कि जल्द ही हत्या कांड का उद्भेदन कर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।