आरटीपीएस काउंटर पर भाड़ी भीड़, पांच महिलाएं हुई बेहोश, दलालों के बीच आपस में कई बार हुई मारपीट

छौड़ाही (बेगूसराय) : बेगूसराय जिले के छौड़ाही प्रखंड कार्यालय के आरटीपीएस काउंटर पर सोमवार को लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। सैकड़ों लोग राशन कार्ड में सुधार आदि कार्य कोले यहां पहुंचे थे। इतनी ज्यादा संख्या में लोगों के पहुंचने के बाद रह रह कर अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो रहा है। जिसके चपेट में आकर महिलाएं व बच्चे अस्पताल में भर्ती हो गए तो, कई लोग चोटिल हो गए हैं। मारपीट आपकी झड़प लगातार हो रहा है। लेकिन स्थानीय पुलिस एवं सिविल प्रशासन मौके से नदारद है। लोगों को संभालने वाला कोई नजर नहीं आ रहा था। स्थिति एकदम बेकाबू हो गई। विगत एक माह से यह कार्यक्रम चल रहा है। शुरू के 15 दिन तो सर्वर फेल रहने की बात कह लोगों को लौटा रहे थे। लेकिन अवैध वसूली के चक्कर में लोगों की भारी भीड़ जुटाई जा रही है। जो कोरोना संक्रमण फैलाने में सहायक साबित हो सकता है।

दरअसल दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को आरटीपीएस काउंटर खुला था। रोस्टर के अनुसार आज मात्र एक पंचायत के लोगों को आवेदन काउंटर पर जमा करना था। परंतु, दसों पंचायत के 5000 से ज्यादा लोग प्रखंड कार्यालय पर आ धमके। 8:00 बजे सुबह से ही लंबी-लंबी लाइनें लगने लगी थी। 10:30 बजे काउंटर खुलते ही आपाधापी में लाइन टूट गई। लोग खिड़की दीवाल एवं एक दूसरे के ऊपर चढ़कर आवेदन जमा करने का प्रयास करने लगे। इसी में दब कर बकारी, नारायणपीपर, शाहपुर पंचायत की महिला गुड़िया देवी, प्रभा देवी, अनामिका देवी, काजल देवी, सीता देवी नीचे दबकर बेहोश हो गई। उनके तीन बच्चे भी बेहोश हो गए। जिसे लोगों ने आनन-फानन में उठाकर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां सभी की स्थिति ठीक बताई गई। वही रोशन कुमार प्रदीप कुमार मनोज महतो सुशील साहू चोटिल हो गए। दूसरी तरफ लोग अपने काम करने के लिए इतने लालायित दिखे कि एक दूसरे को आगे से हटाने के लिए मारपीट एवं झगड़ा करने से भी परहेज नहीं कर रहे थे।

दानिश आलम, कंचन देवी,फुलेन दास,राजेश राम,भोला सहनी फिरोज आलम, रंजीत पासवान, रोहित ठाकुर, नसीमा खातून, रमलखन पासवान, प्रमोद बैठा, सीता कुमारी राशन कार्ड में सुधार के लिए आए थे। अलग खड़े थे। पूछने पर बताया कि आरटीपीएस काउंटर का दलाल घूम रहा है। वह 200-300 रुपये देने वाले को डायरेक्ट ऑफिस में साथ ले जाकर आवेदन जमा करवा लेता है। इसकी शिकायत अधिकारी से भी की है। कोई सुनवाई नहीं हुई। कहा, कोई मास्क भी नहीं लगाए हुए हैं । साबुन की भी व्यवस्था प्रशासन नहीं किए हुए हैं। भीड़ कंट्रोल को प्रतिनियुक्त पुलिस बल अधिकारी देखिए कहीं नजर आ रहे हैं। इसलिए भीड़ में नहीं जाकर कोरोना से बचने के लिए यहां खड़े हैं। इन लोगों ने आक्रोशित होकर कहा सरकार कहती है कि फ्री सेवा है । लेकिन, यहां बिना शुल्क दिए काम हो नहीं रहा है। अधिकारी सब खाली भाषण देते हैं।