न्यूज डेस्क : निष्पक्ष निर्भीक एवं सुलभ तरीके से मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग मतदान केंद्र पर जाकर करें, यह सबसे बड़ी जिम्मेदारी स्थानीय प्रखंड प्रशासन की रहती है। मतदान केंद्रों पर 10 सुविधाओं का उपलब्ध रहना तो निहायत ही जरूरी है। पंचायत चुनाव की डुगडुगी बज चुकी है। चुनाव संपन्न कराने वाला तंत्र अलर्ट मोड पर है। परंतु, छौड़ाही प्रखंड के ऐजनी पंचायत के वार्ड नंबर 14 में स्थित हरिजन बैठका मतदान केंद्र का छप्पर ही गायब है। अब, मतदान केंद्र चकाचक रहने के कागजी दावों की पोल स्थानीय ग्रामीण खोल रहे हैं। वह जिलाधिकारी महोदय से मतदान केंद्रों की वास्तविक स्थिति से रूबरू होकर व्यवस्था उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं। खास बात यह कि अपनी जिम्मेदारी प्रशासनिक अधिकारी भूल गए हों। परंतु, स्थानीय ग्रामीण गांव में 40 हजार रुपैया चंदा कर अपने मतदान केंद्र को ठीक करने की मुहिम प्रारंभ कर दिए हैं। जो, महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के अधिकार और कर्तव्य के असली स्वरूप को भी दर्शा रही है।
हरिजन बैठका का छप्पर गायब : ऐजनी पंचायत के वार्ड नंबर 14 में लगभग 600 मतदाता हैं। जिसमें सर्वाधिक 300 मतदाता अनुसूचित जाति के हैं। बाकी अत्यंत पिछड़े समुदाय अंसारी एवं शर्मा परिवार के मतदाता हैं। यहां के ग्रामीण शिवरतन पासवान, प्रमोद पासवान, हरेराम पासवान बताते हैं कि बरसो पहले यह हरिजन बैठ का बनाया गया था। जिसमें खपरैल का एक कमरा एवं बाहर ओसारा बना हुआ है। 20 बरस बाद भी आज तक मरम्मत छोड़िए चूना तक सरकार नहीं लगवा पाई है। काफी जर्जर स्थिति है। गांव में दूसरा सरकारी भवन नहीं है। प्रत्येक पंचायत चुनाव के समय किसी तरह चंदा चुटकी कर मतदान होने लायक जगह बना देते हैं। अभी देखिए, कमरे का छप्पर टूटकर गायब हो चुका है। बाहर ओसारा हम ग्रामीणों ने चंदा कर चालिस हजार रुपए खर्च कर बनवाया है। पैसा खत्म हो गया है इसलिए कमरा ठीक नहीं करवा सकते हैं। ग्रामीणों का कहना था कि बाद में प्रशासन कम से कम कमरे का छप्पर ठीक करवा मतदान होने लायक जगह बनवा दे।
मूलभूत सुविधाएं नहीं : राजाराम पासवान, नितीश कुमार, रामबली पासवान का कहना है कि भवन तो खंडहर है हीं चापाकल भी नहीं है। नल जल योजना भी यहां संचालित नहीं है। पेयजल का घोर अभाव है। शौचालय भी प्रशासन नहीं बना सका है। स्वच्छता अभियान में भी शौचालय नहीं बन सका था। जबकि इन चीजों के लिए पर्याप्त जगह यहां उपलब्ध है। जिले के प्रमुख पंचायत में से इस ऐजनी पंचायत में भी कूड़ा निस्तारण कागज पर चल रहा है। यहां देखिए कहीं कूड़ेदान भी नहीं है। अन्य मूलभूत सुविधाएं भी यहां उपलब्ध नहीं है।
कर्तव्य निभा रहे हैं : रतन पासवान, मोहम्मद दानिश आलम आदि ग्रामीण मतदान केंद्र दिखाते हुए बताया कि महात्मा गांधी जी से हम लोग काफी प्रभावित हैं। उनके सपनों का ग्राम स्वराज पूर्णता तो नहीं लेकिन कुछ स्तर पर इस पंचायत व्यवस्था में दिख रहा है। अब, प्रशासन और पंचायत सरकार अपना कर्तव्य भूल गया है। लेकिन हम लोग अधिकार के साथ अपना कर्तव्य भी याद रखे हुए हैं। पंचायत चुनाव हम लोगों के लिए उत्सव के समान है। इसलिए चंदा कर मतदान केंद्र को सही कर रहे हैं।