दूध उत्पादन में बदल दी है किसानों की आर्थिक सूरत

न्यूज डेस्क , बेगूसराय : दूध उत्पादन में पशुपालक किसानों की आर्थिक सूरत और सिरत बदल डाली है।आज दूध उत्पादन सीधे तौर पर नगद राशि प्राप्त करने के बराबर है।उपरोक्त बातें मिथिला दुग्ध उत्पादन सहयोग समिति डेयरी के महाप्रबंधक राजेश कुमार सिंह ने कही।वे प्रखंड क्षेत्र के नारायणपीपड़ पंचायत अंतर्गत छोटी जाना गांव में मिथिला दूध उत्पादन सहयोग समिति के तत्वावधान में आयोजित बोनस वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे।डेयरी के महाप्रबंधक श्री सिंह ने आगे कहा कि महिला मतृत्व का रूप है।पशुपालन में महिलाओं की भुमिका अहम है।

चुँकि महिलाएं बच्चों अपने घर पति के प्रति पुरूष से कहीं ज्यादा स्नेह रहता है।मातृत्व प्यार के सामने सभी फीका है।उन्होंने कहा कि दूध का व्यापार कॉपरेटिव संस्था ही करती है।आज दूध उत्पादन में भी पशुपालकों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। उन्होंने उपस्थित किसानों से कहा कि धीरे-धीरे ही सही लेकिन मिथिला दूध उत्पादन डेयरी आज हर प्रकार के उत्पाद को बाजार में भेज रहा है,और आपके द्वारा प्राप्त दूध का उत्पाद बाजारों में गुणवक्ता युक्त उत्पाद कहलाता है। उन्होंने उपस्थित पशुपालक किसानों से कहा कि मिथिला दूध उत्पादक सहयोग समिति आपको हर तरह से सहयोग करने को तैयार है, और आप इसका सहयोग लेने के लिये हमेशा तत्पर रहें।

उन्होंने कहा कि डेयरी के सक्रिय सदस्य किसान को अकास्मात मौत पर 25 हजार रूपये,जबकि दुर्घटना में मौत होने पर डेढ़ लाख रूपये दिया जायेगा।बोनस वितरण समारोह में 286 दुग्ध उत्पादक पशुपालक किसान के बीच चार लाख ब्यालीस हजार दो सौ इक्कावन रूपये वितरित किया गया।सबसे अधिक उत्तिम लाल महतो को चार हजार सात सौ सरसठ रूपये प्रदान किया गया।वहीं बिजली महतो को चार हजार दो सौ छियालीस रूपये के साथ साथ दो दर्जन असहाय लोगों के बीच अंग वस्त्र वितरण किया गया।

इसके अलावा पशुपालक किसानों के बीच बाल्टी,मवेशियों के लिये उपयोगी दवाओं का भी वितँण किया गया।बोनस वितरण समारोह में मिथिला डेयरी के पथ पर्यवेक्षक अशोक कुमार यादव,हरेराम यादव,प्रखंड प्रमुख मनोज कुमार,जिला पार्षद प्रेमलता कुमारी,समिति के सचिव राजीव कुमार,स्थानीय किसान सेवानिवृत्त शिक्षक रामचन्द्र महतो समेत बड़ी संख्या में दुग्ध उत्पादक पशुपालक किसान उपस्थित थे।