छौड़ाही (बेगूसराय) : छौड़ाही ओपी क्षेत्र के पनसल्ला गांव अपने ससुराल आए प्रदीप दास की सोमवार लरबैया बाहा में डूबने से मौत हो गई थी। 24 घंटे बाद शव अपने आप बाहर आया। इसके बाद छौड़ाही पुलिस के सहयोग से शव को लेकर कुछ लोग भाग खड़े हुए। इसके बाद से शव बरामदगी स्थल छौड़ाही ओपी क्षेत्र के बड़ीजाना गांव में हाई वोल्टेज ड्रामा हो रहा है। पत्नी काजल देवी पति के स्नान करने के दौरान डूबने से मौत की बात कर रही हैं।
जबकि मृतक के भाई दो दिन पहले अपने भाई द्वारा फोन पर ससुराल वालों द्वारा मारपीट करने एवं हत्या कर देने की साजिश रचने की बात बताते हुए भाई की हत्या की आशंका जता रहे हैं। स्थानीय ग्रामीण सड़क पार करने के दौरान पैर फिसल जाने से बाहा में डूब कर मौत हो जाने की बात कह मामले को और पेचीदा बना रहे हैं। स्थानीय प्रशासन की लापरवाही एवं पुलिस के नाक के नीचे से शव लेकर भागे जाने की घटना के बाद से ग्रामीणों में काफी आक्रोश भी व्याप्त है।
और शव लेकर भाग गए : घटनास्थल पर मौजूद परिक्षण दास,मोहन दास, मोहम्मद रौनक, रामदास, गंगा विष्णु, ममता देवी आदि ग्रामीणों का कहना था कि 24 घंटा तक हम एक सौ दफे छौड़ाही पुलिस व अंचलाधिकारी को फोन किए। हर एक बार आश्वासन मिला, लेकिन कोई यहां झांकने नहीं आए। अपने आप शव निकलने पर छौड़ाही पुलिस पहुंची और उनके सामने से कुछ लोग शव को टेंपो पर लाद कर भाग गए। ग्रामीणों ने ने जब हंगामा किया तब खोदावंदपुर पुलिस के सहयोग से शव को दौलतपुर पेट्रोल पंप के पास टेंपो सहित पकड़कर छौड़ाही ओपी लाया गया। इससे पुलिस प्रशासन की भूमिका सही नहीं है।
दूसरी तरफ शव लेकर जा रहे रोसड़ा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर निवासी विजय कुमार अपने आप को मृतक प्रदीप दास का भाई बताते हैं। उन्होंने बताया कि उनके भाई मृतक प्रदीप दास ने दो दिन पहले फोन कर ससुराल वालों द्वारा मारपीट किए जाने की बात कही थी। आज स्नान करने के दौरान डूबकर मरने की बात हजम नहीं हो रही है। इनकी हत्या हुई है। इस संदर्भ में छौड़ाही ओपी अध्यक्ष ओमप्रकाश का कहना है कि गलतफहमी के कारण मृतक के भाई शव को लेकर चले गए थे। मृतक के पत्नी व अन्य ग्रामीणों के शिकायत पर शव खोदावंदपुर थाना क्षेत्र से बरामद हो गया है। आवश्यक कानूनी प्रक्रिया की जा रही है