पोलिटिकल डेस्क : जिले के चेरिया बरियारपुर विधानसभा क्षेत्र में दलित और अल्पसंख्यक वोटरों में सेंधमारी की जुगत हो गयी है। राष्ट्रीय दुसाध महासंघ के सदस्यों की बैठक रविवार को विस क्षेत्र के मंझौल पंचायत एक के खोयर टोला मे आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता महासंघ के अनुमंडल अध्यक्ष बंदे पासवान ने की. उक्त बैठक मे दुसाध महासंघ के सदस्यों ने विधानसभा आम निर्वाचन 2020 पर चर्चा किया।
जनसरोकार के मुद्दे को हल करने का उठाया बीड़ा चेरियाबरियारपुर विधानसभा क्षेत्र मे किसान एवं मछुआरों की मुख्य समस्या कावर परिक्षेत्र के जमीन की खरीद फरोख्त पर लगी रोक को हटाने, जयमंगलागढ़ को पर्यटन स्थल के रूप मे विकसित करने तथा वर्षों से अधर मे लटके अनुमंडलीय अस्पताल को चालू कराने जैसी जन सरोकार के मुद्दे पर एकजुट होकर प्रत्याशी को अपना मत देने का निर्णय लिया. उक्त बैठक में मौजूद एससी एसटी अल्पसंख्यक एकता मंच के महासचिव मो इरशाद आलम उर्फ जुगनू ने कहा क्षेत्र से अबतक दर्जनों विधायक एवं सांसद समाज के पिछड़े वर्गों का वोट लेकर सदन तक पहुंचे.
परंतु हरेक ने क्षेत्र के लोगों को ठगने का काम किया. पुरातात्विक विभाग से जयमंगलागढ़ को ऐतिहासिक धरोहर के रूप मे पहचान मिलने के बाद भी अब तक विकसित नहीं हो पाया है. वहीं बैठक में मौजूद सदस्यों ने एक राय से उक्त समस्याओं के समाधान एवं क्षेत्र के विकास हेतु चर्चित चेहरा एकता मंच के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र पासवान को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतारने का निर्णय लिया. वहीं बैठक में मौजूद एकता मंच के जिलाध्यक्ष ने कहा एससी एसटी, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक समाज के उत्थान के लिए वर्षों से प्रयासरत हैं.
जनता का समर्थन मिलेगा तो मंझौल एवं जयमंगलागढ़ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर युवाओं के लिए रोजगार का मार्ग प्रशस्त करेंगे. बैठक में राजो यादव, सहदेव सहनी, संजीव कुमार, राहुल कुमार, अनिल पासवान, जयजयराम पासवान, संजू कुमारी, बबीता देेेवी, रेेेखा देवी सहित अन्य मौजूद थे.