चेरिया बरियारपुर प्रखण्ड प्रमुख की कुर्सी खतरे में, पन्द्रह सदस्यीय पंसस दल ने अविश्वास प्रस्ताव लाने का दिया आवेदन

मंझौल / बेगूसराय : आगामी वर्ष में होने बाले पंचायत चुनाव से कुछ महीने पहले से ही चेरिया बरियारपुर प्रखंड क्षेत्र में राजनीतिक हलचल शुरू हो गयी है। मंगलवार को पंद्रह सदस्यीय पंचायत समिति सदस्यों के दल ने मंझौल अनुमंडल पदाधिकारी ई मुकेश कुमार को आवेदन देकर प्रखंड प्रमुख चेरियाबरियारपुर पर कर्तव्यहीनता का आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की है। साल 2016 के आम चुनाव में चेरिया बरियारपुर प्रखण्ड क्षेत्र में चुने गए पंचायत समिति सदस्यों ने प्रखण्ड प्रमुख पद के खिलाफ तीसरी बार अविश्वास प्रस्ताव लाने का आवेदन एसडीओ मंझौल को दिया है।

विदित हो कि प्रखण्ड के 19 पंचायत समिति सदस्यों में पंचायत समिति सदस्य राजेश साहनी, श्रवण कुमार, पप्पू कुमार, मनोज पासवान समेत 15 पंचायत समिति सदस्यों ने प्रखंड प्रमुख शोभा रानी के कार्यकलाप से असंतुष्ट होकर अनुमंडल पदाधिकारी मंझौल को आवेदन देकर अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की है। पंसस ने बताया कि वर्तमान प्रखंड प्रमुख पंचायत समिति की सामान्य बैठक भी नहीं बुलाना, शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया सही समय पर नहीं करना, समिति मद की राशि का व्यय नहीं करना तथा अन्य विकास के कार्य बाधित करने का कारण बताया।

एक पंसस ने सादा कागज पर हस्ताक्षर करा लेने का उप प्रमुख पर लगाया आरोप : वहीं दूसरी तरफ मंझौल एक के पंचायत समिति सदस्य मुकेन्द्र पासवान ने बीडीअाे कर्पूरी ठाकुर चेरियाबरियारपुर को आवेदन देकर उपप्रमुख राजेश साहनी एवं पंसस मनोज पासवान पर फर्जी तरीके से सादा कागज पर हस्ताक्षर करा लेने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। पंसस मुकेन्द्र पासवान ने बताया कि उपप्रमुख राजेश साहनी एवं मनोज पासवान ने मुझसे यह कहते हुए सादा कागज पर 10 नंबर पर हस्ताक्षर करा लिया कि शिक्षा समिति की बैठक बुलाई जाएगी लेकिन मुझे ज्ञात सूत्र से जानकारी मिली है कि मेरा हस्ताक्षर युक्त आवेदन का प्रयोग प्रमुख पर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव के लिए किया गया है , जोकि फर्जी है। बीडीओ कर्पूरी ठाकुर ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है ।