बेगूसराय : बुढ़ी गंडक नदी तटबंध मे रिसाव से ग्रामीणों में मच गई अफरातफरी

चेरियाबरियारपुर : जिले के चेरिया बरियारपुर प्रखण्ड क्षेत्र के बसही निवासी आज भी साल 2007 में अगस्त महीने की रात को याद कर सहम उठते हैं। जब बूढ़ी गंडक नदी के पानी को रफ्तार ने बांध तोड़ते हुए बसही के दर्जनों घरों और लोगों को अपने आगोश में लेते हुए कावर की ओर बढ़ चली थी। ऐसा ही कुछ मंजर सोचकर रविवार की रात्रि बसही पंचायत स्थित बुढ़ी गंडक नदी के बाएं तटबंध मे रिसाव की खबर से अफरातफरी मच गई. वहीं रिसाव स्थल पर त्वरित मरम्मती का कार्य प्रारंभ किया गया.

इस दौरान बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा के कनीय अभियंता रामनरेश सिंह के नेतृत्व में ग्रामीणों ने बढ़चढ़कर मरम्मती कार्य में भाग लिया. कड़ी मशक्कत के बाद रिसाव पर काबू पाया गया. इस बीच रिसाव की खबर से लोगों के हाथ पांव फुलते दिखे. लोग अपने अपने घरों से आवश्यक सामग्री एवं मवेशियों को लेकर घर छोड़ने की योजना बनाने लगे. इस दौरान कई लोग खौफ और दहशत के साए में तटबंध पर ही रात बिताई. बताया जाता है 2007 मे आई बाढ़ की विभिषिका स्थल पर से ही अचानक पानी का रिसाव होने लगा. हालांकि उक्त स्थल पर प्रशासनिक स्तर से काफी चाक चौबंद व्यवस्था की गई है.

जनरेटर के माध्यम से लाइटिंग की व्यवस्था के साथ 24 घंटे तटबंध की निगरानी के लिए होमगार्ड के जवानों एवं मजदूरों को ड्यूटी पर लगाया गया है. वहीं रिसाव होता देख त्वरित इसकी जानकारी स्थानीय अधिकारियों को दी गई. साथ ही कनीय अभियंता के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीण रिसाव को बंद करने में जुट गए. रिसाव बंद होने के उपरांत स्थानीय ग्रामीणों के साथ उपस्थित अधिकारियों ने राहत की सांस ली.

बताते चलें कि जिलाधिकारी बेगूसराय लगातार बूढ़ी गंडक नदी के सम्बंधित तमाम क्रिटिकल पॉइंट पर खुद दौरा करते हुए सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कोई भी प्रकार की चूक ना होने पाए। इस बाबत अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारी , बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा के अधिकारी और अंचल, प्रखण्ड के पदाधिकारी की पैनी नजर वस्तुस्थिति पर बनी हुई है।