Vishwakarma Puja : कई सारे लोगों के मन में यह सवाल है कि इस बार विश्वकर्मा पूजा किस दिन है और इसका शुभ मुहूर्त कब है? देखा जाए तो हर साल 17 सितंबर को ही विश्वकर्मा पूजा मनाई जाती है लेकिन इस बार कई लोगों का कहना है कि विश्वकर्मा पूजा 18 सितंबर की है। लेकिन हम आपके मन की इस चिंता को दूर करते हुए आपको बता देते हैं कि हिंदू पंचांग के अनुसार विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर यानी आज मनाई जा रही है।
आपको बता दे कि विश्वकर्मा जी को भगवान ब्रह्मा का पुत्र माना जाता है और इन्हें दुनिया का सबसे पहले शिल्पकार कहा जाता है। इस दिन यंत्र और औजारों की पूजा पाठ की जाती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि विश्वकर्मा पूजा का शुभ मुहूर्त कब है और उसकी पूजा विधि क्या?
विश्वकर्मा जयंती और शुभ मुहूर्त?
हिंदू पंचांग के अनुसार 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा की जाती है और इस दिन कन्या संक्रांति होती है। वैसे तो कन्या संक्रांति के पूरे दिन ही विश्वकर्मा पूजा का मुहूर्त है लेकिन इसका शुभ मुहूर्त सुबह 7:50 से लेकर दोपहर 12:26 तक है। इसके अलावा 17 सितंबर को एक और शुभ मुहूर्त 1:58 मिनट से लेकर 3:28 तक भी है।
जाने पूजा विधि
आपको बता दे विश्वकर्मा पूजा के दिन कामकाज में आने वाले सभी यंत्र और औजारों की पूजा की जाती है। सबसे पहले स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनकर विश्वकर्मा भगवान की तस्वीर स्थापित कर उनकी विधि विधान से पूजा करनी चाहिए। इसके लिए मिठाई, फल फूल, अक्षत, पंचमेवा और पंचामृत का भोग लगाना चाहिए। आरती के बाद प्रसाद बांटना चाहिए।
जाने इसका महत्व
भगवान विश्वकर्मा को दुनिया का पहला शिल्पकार माना जाता है और प्राचीन काल के सभी प्रसिद्ध शहरों का निर्माण इन्होंने ही किया है। यहां तक कि उन्होंने स्वर्ग से लेकर लंका, द्वारका जैसे नगरों के साथ साथ भगवान शंकर के त्रिशूल, हनुमान भगवान की गदा, यमराज का कालदंड, कर्ण के कुंडल व कवच तक का निर्माण किया है। इसलिए जो भी कोई यंत्र और औजार से काम करता है उसे भगवान विश्वकर्मा की पूजा करनी चाहिए और उनका आशीर्वाद लेना चाहिए।