Puja Path : क्या आप भी पूजा करते समय करते हैं अगरबत्ती का इस्तेमाल, तो हों जाएं सावधान!

Puja Path : हिंदू धर्म में भगवान की पूजा करते हैं और उनकी पूजा के लिए कई सारे नियम भी बनाए गए हैं। अगर भक्तजन पूरे विधि विधान से पूजा पाठ करते हैं और उनकी आरती करते हैं तो ही उन्हें पूरा फल मिलता है। लेकिन आप पूजा और आरती के समय कोई गलती करते हैं तो भगवान आपसे नाराज हो जाते हैं और आपको पूरा फल नहीं मिलता है। इसलिए आज हम आपको पूजा और आरती के समय धूपबत्ती और अगरबत्ती जलाने से संबंधित कुछ नियम बताने जा रहे हैं।

पूजा में अगरबत्ती जलाएं या धूपबत्ती

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पूजा के समय अगरबत्ती जलाने का कोई भी विवरण नहीं मिलता है। हालांकि अगरबत्ती जलाने से कई प्रकार की समस्या भी होती है और हमें सांस लेने में भी परेशानी हो सकती है। दूसरी तरफ अगरबत्ती बनाने में बांस का उपयोग होता है और हिंदू धर्म में बांस को जलाना अशुभ माना जाता है। इसलिए पूजा-पाठ के समय अगरबत्ती नहीं जलानी चाहिए।

वही पूजा के समय धूप बत्ती जलाने से कई सारे फायदे होते हैं और घर में सुख शांति का माहौल भी बना रहता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार में धूपबत्ती जलाना शुभ बताया गया है। धूपबत्ती बनाने में कई पेड़ों की लकड़ियाँ और छाल और चंदन का उपयोग किया जाता है। इस प्रकार धूपबत्ती जलाने से कई ग्रह दोष दूर होते है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।

अगरबत्ती जलाने के नुकसान :

  • ऐसा माना जाता है कि अगरबत्ती बनाने में बांस का उपयोग होता है और इसे जलाने से वंश की वृद्धि रुक जाती है।
  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बांस को जलाने से पितृ दोष भी लगता है।
  • इसके अलावा हिंदू धर्मशास्त्र के अनुसार किसी के मरने पर बांस जलाया जाता है और इसलिए अगरबत्ती जलाना अशुभ माना जाता है। बांस पर ही शव यात्रा निकाली जाती है और दाह संस्कार के समय कपाल क्रिया करते समय भी बांस का उपयोग किया जाता है।
  • वास्तु शास्त्र और फेंगुशाई के अनुसार तरक्की पाने और किस्मत चमकाने के लिए बैम्बू प्लांट लगाया जाता है। इसलिए हर तरह से शुभ माने जाने वाले बांस की अगरबत्ती नहीं जलानी चाहिए।