Bhagavad Gita : ज़िंदगी तबाह कर देगी इन चीजों की ख्‍वाहिश, धन-दौलत, प्रतिष्‍ठा हो जाती है खत्‍म!

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Bhagavad Gita : हिंदू धर्म में भगवद गीता को एक महत्वपूर्ण ग्रंथ माना जाता है और महाभारत के समय श्रीकृष्ण ने इसके बारे में बताया है। देखा जाए तो इस ग्रंथ की सभी बातों को हिंदू धर्म ने नहीं बल्कि पूरी दुनिया ने अपनाया है और स्वीकार किया है।

भगवद गीता में जीवन की सभी समस्याओं का समाधान बताया गया है और किस तरह से व्यक्ति खुशी-खुशी अपना जीवन व्यतीत कर सकता है, यह भी बताया गया है। अगर व्यक्ति भगवद गीता के नियमों का पालन करें तो उसके जीवन में कभी कोई समस्या नहीं आती हैं।

आज हम आपको ऐसी ही कुछ चीजें बताने जा रहे हैं जो भगवद गीता में मना की गई हैं और इन चीजों से हमेशा आपको दूरी बनाकर रखनी चाहिए। अगर आप इन चीजों को पाने की इच्छा रखते हैं तो आपकी पद, प्रतिष्ठा मान-सम्मान, धन और सुख सभी समाप्त हो जाता है। आइये जानते है इन चीजों के बारे में……

पराया अन्न : श्री कृष्ण ने भागवद गीता में बताया कि कभी दूसरों के खाने पर नजर नहीं डालनी चाहिए, हमेशा अपने कमाए हुए पैसों से ही कुछ खरीद कर खाना चाहिए। मेहनत करके कमाया huen धन से ही अपना और परिवार का पालन पोषण करना चाहिए। किसी के खाने पर बुरी नजर डालना या धोखे से किसी का खाना छीन कर खाने से आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इसके साथ ही जीवन में काफी परेशानी आती है।

पराया धन : कभी भी आपको दूसरों के कमाए हुए पैसों पर नजर नहीं डालनी चाहिए, हमेशा अपना खुद का पैसा कमा कर खुद ही अपने काम करने चाहिए। अगर आप किसी के धन को छीनते हैं या चोरी करते हैं तो इसका पूरा सर आपकी जिंदगी भर पड़ता है। किसी का धन चोरी करके कुछ समय के लिए अमीर बन सकते हैं लेकिन यह आपको गरीबी में तुरंत ही ला देगा।

पराया दान : ऐसा पैसा जो किसी धार्मिक काम के लिए या सामाजिक कार्य के लिए इकट्ठा किया गया हो और आप उसे पैसे हड़पना चाहते हैं या उसमें फेरबदल करना चाहते हैं तो यह आपके लिए बिल्कुल सही नहीं होगा। ऐसे कमाए हुए धन से हमेशा पाप मिलता है, जबकि अपने कमाए हुए धन में से हमेशा कुछ धन दान करना चाहिए।

पराई स्त्री : अगर आप किसी पराई स्त्री पर नजर रखते हैं उसे पर बुरी नजर डालते हैं तो इसे सबसे बड़ा महापाप बताया गया है। ऐसा करने से आपके और आपके परिवार की मान-सम्मान और प्रतिष्ठा समाप्त हो जाती है। आपके परिवार की इज्जत भी खराब होती है। इसलिए हमेशा पराई स्त्री से दूर रहना चाहिए।

निंदा : कभी भी किसी दूसरे व्यक्ति की निंदा या बुराई नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से आप खुद को ही परेशानी में डाल सकते हैं। निंदा करने से हमारी सोच में नकारात्मकता आती है। ऐसा करने से हमारे जीवन बर्बाद हो जाता है।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. thebegusarai.in इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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दुर्गा प्रताप पिछले 1 सालों से बतौर Editor में के रूप में thebegusarai.in से जुड़े। इन्हें बिजनेस, ऑटोमोबाइल्स और खेल जगत से जुड़ी खबरे को गहराई से लिखने में काफी दिलचस्पी है। पिछले 5 साल से वह कई समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में लगातार योगदान देते रहे हैं। दुर्गा ने MDSU से BCA की पढ़ाई पूरी की है।
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