डेस्क : देशभर में दुर्गा पूजा की तैयारियां चालू हो गई हैं। ऐसे में कोरोना महामारी के चलते इस बार दुर्गा पूजा में आमजन सम्मिलित नहीं हो पाएंगे। इस बार लोगों के ना जुड़ने की खास वजह कोरोना महामारी बताई जा रही है। परंतु इसी बीच एक दुर्गा पूजा का पंडाल काफी चर्चा में है। यह दुर्गा पूजा का पंडाल मां दुर्गा की भव्य मूर्ति को झलका कर कुछ और ही बताना चाह रहा है।
आपको बता दें कि लॉकडाउन के दौरान जिस तरीके से प्रवासी मजदूर शहरों से अपने घरों की ओर आए थे, उस वक्त की एक झलक प्रवासी महिला मजदूर की मूर्ति कलाकार के द्वारा दिखाने की कोशिश की गई है। दुर्गा मां की भव्य मूर्ति महिला मजदूरों के संघर्ष के प्रति सम्मान झलका रही है। आपको बता दें कि प्रवासी मजदूरी महिलाएं अपने बच्चों को गोद में लिए हजारों किलोमीटर पैदल चलती रही और उन्हें किसी ने भी आगे आकर सहायता नहीं करी।
मूर्ती कलाकार दास का कहना है कि यह आइडिया उन्हें तब आया जब उन्होंने प्रवासी कामगारों की दुर्दशा देखी उन्होंने चार बच्चों के साथ चलने वाली एक महिला को देखा और उन्हें यह एहसास हुआ कि इस पर कुछ करने लायक होना चाहिए। आपको बता दें कि यह मूर्ति कोलकाता के बेहाला में बारिशा क्लब द्वारा प्रस्तुत की गई है।