ग्रह नक्षत्र की चाल : 15 दिन तक रहेगा नौतपा, सूर्य का तापमान बढ़ेगा, गर्मी बढ़ी तो मानसून में अच्छी बारिश होगी

डेस्क : सोमवार से नौतपा शुरू हो गया है। भीषण गर्मी अभी 15 दिन तक और रहेगी । बेगूसराय के बरौनी निवासी ज्योतिषाचार्य बाबा अविनाश शास्त्री ने द बेगूसराय को नौतपा के बारे में विस्तार से सारी बात बताई, उन्होंने कहा कि 25 मई को सूर्य देव प्रातः 7 बजकर 5 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर चुके हैं अब 15 दिनों तक इसी नक्षत्र में स्थित रहेंगे। रोहिणी नक्षत्र में सूर्यदेव के प्रवेश से नौतपा भी प्रारंभ हो जाएंगे। और इस नक्षत्र में सूर्य देव 8 जून तक रहेंगे। नौतपा से आशय सूर्य का नौ दिनों तक अपने सर्वोच्च ताप में होना है यानि इस दौरान गर्मी अपने चरम पर होती है। ज्योतिष गणना के मुताबिक गुरु व शनि की वक्री चाल के चलते नौतपा खूब तपेगा, लेकिन 30 मई को शुक्र अपनी ही राशि वृषभ में अस्त हो रहा है जिसके कारण गर्मी में कमी आ सकती है। हालांकि नौतपा के आखिरी दिनों के भीतर आंधी तूफान व बारिश, चक्रवात होने की संभावना रहेगी।

आइये जानते हैं क्या है नौतपा ? पढ़ें बाबा अविनाश बताते हैं कि ज्योतिष गणना के अनुसार, जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में 15 दिनों के लिए आता है तो उन पंद्रह दिनों के पहले नौ दिन सर्वाधिक गर्मी वाले होते हैं। इन्हीं शुरुआती नौ दिनों को नौतपा के नाम से जाना जाता है। खगोल विज्ञान के अनुसार, इस दौरान धरती पर सूर्य की किरणें सीधी लम्बवत पड़ती हैं। जिस कारण तापमान अधिक बढ़ जाता है। यदि नौतपा के सभी दिन पूरे तपें, तो यह अच्छी बारिश का संकेत होता है। ज्योतिष के सूर्य सिद्धांत और श्रीमद् भागवत में नौतपा का वर्णन आता है। कहते हैं जब से ज्योतिष की रचना हुई, तभी से ही नौतपा भी चला आ रहा है। सनातन सस्कृति में सदियों से सूर्य को देवता के रूप में भी पूजा जाता रहा है।

हिंदू पंचांग में लिखा है कि ‘ज्येष्ठ मासे सिते पक्षे, अद्रादि दसतारका। सजला निर्जला गेया निर्जला सजलास्तथा’। तात्पर्य यह है कि ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष में जिस दिन आद्रा नक्षत्र शुरू होता है, उस नक्षत्र से अगले 10 नक्षत्र तक नौतपा माना गया है। माना जाता है कि यही 10 नक्षत्र मानसून में पानी प्रदान करते हैं। नौतपा के दौरान यदि बारिश होती है तो मानसून के मौसम में सूखा पड़ने की संभावना रहती है और यदि नौतपा में भीषण गर्मी पड़े तो बारिश अच्छी होती है। इस साल नौतपा में अलग-अलग दिन पड़ने वाले ऊर्जा प्रधान नक्षत्रों के प्रभाव से भयंकर गर्मी पड़ने की संभावना है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि नौतपा के नौ दिनों तक तेज गर्मी पड़ती है तो आगामी मानसून में अच्छी बारिश होती है और नौतपा के दौरान बारिश हो तो मानसून कमजोर रहता है। इस साल करीब 45-50 दिनों तक अच्छी बारिश होने के संकेत हैं।

21 जून को आद्रा नक्षत्र से देश भर में छाएगा मानसून : सूर्य जब आद्रा नक्षत्र में प्रवेश करता है तो इसे मानसून की शुरुआत माना जाता है। इस साल 21 जून को सूर्य आद्रा नक्षत्र में प्रवेश कर रहा है। शास्त्रीय मान्यता है कि नौतपा के दौरान यदि तेज धूप के साथ भीषण गर्मी पड़ती है तो मानसून में वर्षा अच्छी होती है।