22 की बजाय 21 फरवरी को होगी महाशिवरात्रि – 117 साल बाद बना है शुभ योग

हिन्दू धर्म में शिव जी को एक अलग ही स्थान प्राप्त है और इसके चलते वह देवों के देव महादेव कहलाये जाते हैं। हिन्दू धर्म को मानने वाले लोग इनकी काफी प्रशंसा करते हैं साथ ही इनमे काफी आस्था भी रखते हैं। ऐसे में शिव के भक्तो के लिए एक ऐसी खबर है जो उनको जानना बेहद अहम् है।महा शिवरात्रि का व्रत भी अपने आप में एक ख़ास रहस्य है। आपको बता दें की इस बार की महा शिवरात्रि पिछली कई महा शिवरात्रियों से ज़रा हटकर है क्योंकि करीब 117 साल बाद शनि और शुक्र का दुर्लभ योग बन रहा है।

इस बार महाशिवरात्रि 21 फरवरी शुक्रवार को मनाई जानी है। ज्‍योतिषियों की माने तो इस साल शिवरात्रि पर शनि अपनी राशि मकर में होगा और शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में होगा यह एक दुर्लभ संयोग है। अगर ऐसे में कोई भी दो बड़े गृह सामान स्थिति में रहते हैं तो कुछ अलग बात होती है। इससे पहले ऐसा ही एक योग 25 फरवरी 1903 को हुआ था। ज्योतिषियों का तो यह भी कहना है की इस दिन सिद्धि योग भी पड़ रहा है। शिवरात्रि के इस योग में शिव पूजा करने से शनि, गुरु, शुक्र के दोषों से मुक्ति मिल सकती है और पंडितों की मानें तो शिवरात्रि के इस शुभ अवसर पर शनि के साथ चंद्र भी रहेगा, जिसकी वजह से विष योग बन रहा है जो 28 साल बाद शिवरात्रि के दिन ही होने को है।