डेस्क : आजकल मार्केटो में मिलावटी चीजों का पहचान करना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन भी हो गया है, खाने-पीने के सामान से लेकर मसालों तक अब सब कुछ मिलावटी मिलने लगा है, आप लोग यह बात से तो भलीभांति परिचित होंगे, की मिलावटी चीज खाना सेहत के लिए कितना हानिकारक होता है? यही वजह से मानव शरीर में गैस, एसिडिटी आदि जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
लेकिन इसी बीच आप लोगों को इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे की घर के रसोई में ज्यादा इस्तेमाल होने वाले सरसों तेल बारे में..जिसका उपयोग खाने से लेकर शरीर के दर्द से बचाव के लिए किया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है इन दिनों मार्केट में सरसों तेल में काफी मिलावटी की जाती है? अगर आप भी असली तेल की जगह मिलावटी सरसों तेल का सेवन करते हैं तो ये आपके लिए नुकसानदेय साबित हो सकता है। चलिए आज आप लोगों को कुछ टिप्स बताएं जिन्हें अपनाकर आप सरसों तेल की शुद्धता की पहचान आसानी से कर पाएंगे।
गंध से पहचान करें : आपको बता दे की सरसों तेल की शुद्धता की असली पहचान खूशबू है। असली सरसों तेल की गंध बहुत तेज होती है, इसके स्मेल करते ही नाक में हल्की जलन महसूस होने लगती है। अगर यह गंध हल्की हो तो समझ लीजिए कि तेल मिलावटी है। आप इस सुगंध से आसानी से इसकी शुद्धता की पहचान कर सकते हैं।
तेल को फ्रिज में रखें : अगर आप भी तेल की शुद्ध जानना चाहते हैं तो है तो इसके लिए आपको सबसे पहले किसी एक कटोरी में तेल को डालकर फ्रिज में रख दें। फिर कुछ देर बाद इसे निकाल दें। अगर यह तेल जम जाए तो इसका मतलब साफ है, तेल में किसी तरह की मिलावट की गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि शुद्ध सरसों तेल कभी जमता नहीं।
हथेलियों पर तेल रगड़ें : तेल की असली मिलावट की पहचान करने के लिए आप तेल को हाथों पर रगड़कर भी कर सकते हैं। इसके लिए तेल की कुछ बूंदे लेकर हथेलियों पर रगड़ें। अगर तेल से रंग छूटे तो इसका मतलब तेल में मिलावट है।