डेस्क: कई बार आप लोगों ने देखा होगा कि सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक के मामलों में अचानक से वृद्धि हो जाती है, यही नहीं हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या भी तीन गुनी तक हो जाती है, एक रिसर्च के मुताबिक, सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक का बड़ा कारण हमारा गलत तरीके से स्नान करना भी है। डॉक्टरों की माने तो सर्दियों के दिनों में लुढ़कता हुआ पारा सीधे दिमाग पर असर डाल रहा है।
कई लोग कड़ाके की सर्दी में भी ठंडे पानी से नहा रहे हैं, कई लोग तो ऐसे भी हैं, नहाना शुरू करते ही सीधे सिर पर पानी डालते हैं, ऐसे में दिमाग एकदम से ठंडे पानी को सहन करने के लिए तैयार नहीं होता, ऐसे में जब सिर पर अचानक ठंडा पानी गिरता है तो ब्रेन स्ट्रोक (Brain Stroke) होने या सिर की नस फटने का खतरा बढ़ जाता है। तो आपको संभलने की जरूरत है। मेडिकल एक्सपर्ट का कहना है कि वैसे तो ब्रेन स्ट्रोक कभी भी हो सकता है, लेकिन सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक के मामले काफी बढ़ जाते हैं, डायबिटीज, हाई बीपी और हार्ट की बीमारी से जूझ रहे लोगों को ब्रेन स्ट्रोक या ब्रेन हैमरेज का खतरा ज्यादा रहता है, ऐसे में इन लोगों को सर्दियों में ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होती है, ठंड के मौसम में नहाने से पहले बॅाडी के अन्य अंगों पर पानी डालना चाहिए, ताकि आपका दिमाग ठंड को सहन करने के लिए पहले से तैयार हो जाए।
वरिष्ठ डॉक्टरों के मुताबिक, सर्दियों के मौसम में ठंडे पानी में नहाने से बचें, हो सके तो पानी को हल्का गर्म कर लें, नहाते समय पानी को सबसे पहले पैरों पर डालें, उसके बाद हाथों पर, फिर धड़ पर और अंत में सिर पर पानी डालें, इसके बावजूद अगर ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण दिखाई दें तो मरीज को नजदीक के अस्पताल ले जाने में देर न करें, क्योंकि आपकी जरा-सी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है।