जानिए कोरोना के Delta वैरिएंट से ज्यादा क्यों घातक है Omicron वैरिएंट? WHO ने जताई चिंता

डेस्क : ‘कोरोना’ एक ऐसा घातक वायरस जिसने पिछले डेढ़ वर्ष से पूरे विश्व में तबाही मचा रहा है। कोरोना ने आर्थिक और मानसिक तौर पर मानव जीवन को बहुत नुक्सान पहुँचाया है। आज के परिदृश्य में कोरोना पर लगाम लगाने का एक हीं उपाय है और वह है कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज़ उचित समय पर लेना।पिछले वर्ष जब कोरोना की दूसरी लहर आई थी उस समय की स्थिति बहुत हीं भयावह थी।

कोरोना की दूसरी लहर इतनी घातक थी की लाखों लोग को इस वायरस ने लील लिया। WHO ने इस घातक कोरोना वैरिएंट का नाम ‘Delta’ रखा था। भारत जैसे बड़े देश में जब कोरोना जैसी घातक वायरस ने दस्तक दिया था उसके बाद से हीं यह कवायद शुरू हो गई थी की यह खतरनाक वायरस देश के आमजनमानस को काफी सताएगा। जब से विश्व पटल पर कोरोना वैक्सीन का निर्माण शुरू हुआ उसके बाद से यह विश्वास जागने लगा था की अब आने वाले समय में कोरोना से जंग जीती जा सकेगी परन्तु कोरोना के नए बदलते रूप ने अब फिर से लोगों को डराना शुरू कर दिया है।आपको बतादें कि विश्व में फिर से कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ने जन्म ले लिया है जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने Omicron नाम दिया है। इस Omicron के पहले डेल्टा वैरिएंट ने पूरे विश्व के नाक में दम कर दिया था परनतु अब Omicron जैसे वैरिएंट ने अब विश्वपटल पर नई चिंता बढ़ा दी है। इस बात की चर्चा हर तरफ है की आखिर Omicron को डेल्टा से सबसे ज्यादा घातक क्यों कहा जा रहा है, आइये जानते हैं विस्तार से –

WHO अथवा दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, कोरोना के omicron ‘बी.1.1.1.529’ वैरिएंट डेल्टा के मुकाबले कई गुना घातक है। omicron अपने स्पाइक प्रोटीन में उच्च संख्या में परिवर्तन करता है, जो मानव शरीर में कोशिकाओं में वायरस के प्रवेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बी.1.1.1.529 वैरिएंट में कुल मिलाकर 50 म्यूटेशन हैं, जिसमें अकेले स्पाइक प्रोटीन पर 30 से अधिक म्यूटेशन शामिल हैं जो कि इसे और भी मारक बनाता है।

omicron वैरिएंट इसी सप्ताह पहली बार बोत्सवाना और तीन दिन बाद दक्षिण अफ्रीका में पहचाना गया है जिसके बाद विश्व में फिर से दहशत का माहौल बन गया है।

अगर बात करें डेल्टा वैरिएंट की तो पहली बार दिसंबर 2020 में भारत में पहचाना गया था। WHO के अनुसार डेल्टा वैरिएंट वर्तमान में प्रमुख SARS CoV-2 वैरिएंट है, जो कोविड -19 मामलों के लिए अधिक जिम्मेदार है।

Omicron वैरिएंट कोविड -19 के डेल्टा संस्करण की तुलना में अधिक म्युटेशन थे। आपको यह बतदें कि शोधकर्ताओं ने डेल्टा में पाए गए 18 की तुलना में omicron वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 43 म्युटेशन पाया गया है जिसके बाद अभी के परिदृश्य में यह कहा जा सकता है की कोरोना की Omicron वैरिएंट है डेल्टा से अधिक घातक।