क्या आप नहाने के लिए प्लास्टिक स्क्रब का इस्तेमाल करते हैं? अगर हाँ तो भुगतना होगा ये गंभीर नुकसान

लूफै़ण का इस्तेमाल ज्यादातर लोग इसलिए करते हैं क्योंकि इससे झाग ज्यादा बनता है और लोग सोचते हैं कि इससे शरीर की सफाई ज्यादा होगी, लेकिन यह बैक्टीरिया का स्रोत भी बन सकता है। प्लास्टिक स्क्रब में मौजूद ई कोलाई, स्यूडोमोनास एरुगिनोसा, स्टैफिलोकोकस, स्ट्रेप्टोकोकस जैसे बैक्टीरिया त्वचा को संक्रमित कर सकते हैं। आइए जानते हैं लूफै़ण से होने वाले नुकसान को और कैसे करे इनसे बचाव;

त्वचा में हो सकती है जलन इस लूफै़ण स्क्रब के इस्तेमाल से त्वचा तो एक्सफोलिएट हो जाती है, लेकिन इससे कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। बैक्टीरिया के अलावा स्क्रब से भी फंगल इंफेक्शन हो सकता है। इससे त्वचा में जलन हो सकती है।इसके अलावा स्क्रब में कई तरह के कीटाणु मौजूद हो सकते हैं जो त्वचा में कई तरह के संक्रमण फैला सकते हैं। अगर आप नहाते समय स्क्रब का इस्तेमाल कर रहे हैं और कभी भी आपकी त्वचा में जलन होने लगती है, तो इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि स्क्रब के कारण आपकी त्वचा में संक्रमण हो गया

त्वचा में हो सकती है सूजन लूफै़ण मे कई तरह के कीटाणु मौजूद होते हैं जो आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं। इससे त्वचा पर जलन भी हो सकती है।मनुष्य की त्वचा विभिन्न प्रकार की होती है। अगर किसी को ज्यादा झाग की जरूरत नहीं है तो किसी की त्वचा स्क्रब बर्दाश्त नहीं कर सकती। सबसे बुरी बात यह है कि अगर आप स्क्रब को त्वचा पर बहुत ज्यादा रगड़ते हैं, तो इससे त्वचा में लालिमा दिखाई देने लगती है।

इससे त्वचा में जलन भी हो सकती है। अगर आप बहुत ज्यादा रगड़ते हैं, तो जीवित कोशिकाओं की परत भी खराब होने लगती है, जिससे त्वचा पर घाव भी हो सकते हैं। ऐसे में अगर स्क्रब में बैक्टीरिया हो तो यह ज्यादा घातक हो सकता है.

कैसे करे बचाव..

  1. हमेशा नहाने के बाद लूफा को अच्छे से धोकर धूप मे सूखने दे ।
  2. लम्बे समय तक एक ही लूफा प्रयोग ना करे । कुछ अन्तराल पर लूफा बदलते रहे ।
  3. लूफै़ण की जगह वाश क्लोथ , सिलिकॉन एक्सफोलिएटिंग ब्रश या बम्बू ब्रश का प्रयोग करे जो आसानी से बाजार या online मौजूद है ।
  4. लूफै़ण की जगह त्वचा को हाथों से scrub करे।