राजस्थान रॉयल्स व दिल्ली कैपिटल्स के बीच हुआ मुकाबला विवादों से घिरा रहा। राजस्थान रॉयल्स ने 34वें मुकाबले में राजस्थान की टीम को 15 रनों से जीत हासिल हुई।दिल्ली कैपिटल्स की टीम 15 रनों से लक्ष्य का पीछा करने से चूक गई।आखिरी ओवर में दिल्ली को जीत के लिए 36 रनों की जरूरत थी। दिल्ली के रोवमन पॉवेल ने ओबेड मेकॉय के ओवर में 3 गेंदों में 3 छक्के जड़ दिए। तीसरी गेंद फुल टॉस के ऊपर थी,दिल्ली कैपिटल्स के डग-आउट में अंपायर से इसे नो बॉल देने का इशारा किया गया। ऑन फील्ड अंपायर ने इसे नो बॉल देने से इंकार कर दिया।
दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत ने क्रीज पर मौजूद रोवमन पॉवेल व कुलदीप यादव को डग -आउट पर वापस आने के लिए कह दिया। दिल्ली कैपिटल के असिस्टेंट कोच प्रवीण आमरे मैच के दौरान फील्ड पर आकर अंपायर से नो बॉल देने के लिए बहस करते नजर आए।दिल्ली कैपिटल्स के असिस्टेंट कोच शेन वॉटसन के समझाने के बाद मैच दुबारा शुरू हुआ।दिल्ली कैपिटल्स की टीम 15 रनों से लक्ष्य हासिल करने से चूक गई।
ऋषभ पंत व दिल्ली कैपिटल्स के इस विवादित व्यवहार से क्रिकेट जगत के लोगों ने नाराज़गी जाहिर की। इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी व क्रिकेट कमेंटेटर केविन पीटरसन ने कहा,”मुझे नहीं पता की वह खुद को समझते क्या है, लेकिन यह एक बहुत बड़ी गलती थी, मुझे समझ में नहीं आता कि कोच खेल के मैदान में भाग रहा है, वे एक वरिष्ठ सदस्य हैं। यह अस्वीकार्य है। मुझे उम्मीद है कि हम इसे फिर कभी नहीं देख पाएंगे, ”केविन पीटरसन ने मैच के बाद कहा। ग्रेम स्वान ने कहा,”यह नो बॉल थी लेकिन दिल्ली की प्रतिक्रिया का यह कोई तरीका नहीं था। यह एक बदसूरत क्षण था और इसने एक अच्छे खेल को खराब कर दिया। ”जब ऋषभ पंत से आमरे को अंपायरों के साथ बहस करने के लिए कहने के अपने फैसले के बारे में पूछा गया, तो पंत ने कहा, “यह सही नहीं था, लेकिन हमारे साथ जो हुआ वह भी सही नहीं था। यह क्षण भर की गर्मी थी। ”