मरे हुए बच्चों को जिंदा करने के लिए 200 किलो की नमक बोरी में गाड़ा, फिर आगे जो हुआ…

कर्नाटक से एक हैरतंगेज घटना सामने आ रही है। बता दें कि कर्नाटक के हवेरी जिले की यह घटना है। यहां दो मासूम बच्चों के नदी में डूबने से जान चली गई। मगर इसके बाद जो बात सामने आई वह सचमुच हैरान कर देने वाली है।

बच्चों की मौत के बाद उनके परिवार वालों ने शवों को 200 किलो ग्राम की नमक बोरी में डाल दिया। उन्होंने ऐसा बच्चों को दोबारा जिंदा करने के लिए किया था। और यह आइडिया उन्हें इंटरनेट के माध्यम से मिली थी। बच्चों को दोबारा जिंदा करने के लिए घर वालों ने उन शवों को नमक की बोरी में डाले रखा। तो चलिए विस्तार से जानते हैं यह पूरी घटना।

क्या है पूरा मामला?

खबरों के अनुसार यह पूरी घटना हावेरी जिले के घालापुजी जगह की बताई जा रही है। इस गांव में 11 साल के नागराज और 12 साल के हेमंत की मौत झील में डूबने से हो गई। वे दोनों वहां तैरने के लिए गए थे। इन दोनों बच्चों की मौत के बाद उनके घर वालों के सर पर विपत्ति का पहाड़ टूट गया। हेमंत के पिता को यह बात पता चली की शव को नमक की बोरी में रखने से वह दोबारा जिंदा हो जाते हैं।

इंटरनेट से यह आइडिया पाकर नागराज के पिता मारुति और हेमंत के पिता तथा गांव के कई लोगों ने 200 किलो की नमक की बोरी में शव को गार दिया। ताकि उनके मृत बच्चे दोबारा जिंदा हो जाएं। हालांकि 6 घंटे बीत जाने के बाद भी कुछ परिणाम सामने नहीं आया।

इसके बाद उन्होंने शवों का अंतिम संस्कार कर दिया। आश्चर्य की बात है कि जब ऐसा करने पर कोई पॉजिटिव परिणाम नहीं आया तो उनके परिवार वालों ने नमक की क्वालिटी पर सवाल उठाएं। कहां की यदि नमक की क्वालिटी अच्छी होती तो ऐसा हो सकता था।

पुलिस ने करवाया अंतिम संस्कार

वहीं मौके पर पुलिस पहुंची और उन्होंने मृत बच्चों के माता-पिता को यह बात समझाई की इंटरनेट पर दी गई जानकारी हमेशा सही नहीं होती। मीडिया के जरिए उन्हें गुमराह किया गया था। इसके बाद ही परिवार वालों ने शवों का अंतिम संस्कार किया।