सोशल मीडिया पर वाइरल हुए “बाबा का ढाबा” के मालिक को मिला बड़ा धोका, जानें सच

डेस्क : हाल ही में फेमस हुए दिल्ली के मालवीय नगर के इस ढाबे के बारे में पूरा देश जानता है परंतु अब दोबारा से यह बाबा का ढाबा सुर्खियों में बन गया है दरअसल इसके दोबारा सुर्खियों में आने की वजह बताई जा रही है कि जो असल मालिक है इस ढाबे का उसने युट्यूबर और इंस्टाग्राम्मर गौरव वासन जिन्होंने इनका वीडियो बनाया था उन पर डोनेशन के पैसे अपने पास रखने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पैसों के लेनदेन में हेराफेरी की गई है ऐसे में इस मामले की जांच पड़ताल पुलिस द्वारा की जा रही है।

आपको बता दें कि यह वीडियो अचानक ही वायरल हुआ था जो कि गौरव वासन एक यूट्यूबर और इंस्टाग्रामर हैं उनके द्वारा बनाया गया था। इस वीडियो में वह कहते नजर आए थे कि कृपया इस ढाबे पर आकर आप लोग सभी इस बूढ़े दंपति की सहायता कीजिए। बूढ़ा दंपति अपना ढाबा पिछले कई वर्षों से चला रहा था परंतु आर्थिक समस्याओं की वजह से और लॉकडाउन की मार की वजह से इनका यह काम बिल्कुल ही रुक गया था। इसके बाद इंस्टाग्रामर और यूट्यूबर गौरव वासन एक फरिश्ते की तरह आए जिसने इनका वीडियो बनाया और इंटरनेट पर डाल दिया।

यह वीडियो इंटरनेट पर इस तरीके से वायरल हुआ कि अगले ही दिन बाबा के ढाबे के बाहर लाखों की भीड़ लग गई। लोगों ने इनके साथ सेल्फी ली और अनेकों रुपया दान में दिया। इसके बाद बाबा का ढाबा की कमाई दिन के ₹10000 होने लगी।परंतु बाबा का ढाबा चलाने वाले कांता प्रसाद का कहना है कि वह मात्र वीडियो बनाने आए थे और उसके जरिए जो भी पैसे उनको मिले वह उन्होंने अपने पास रख लिए हैं डोनेशन के नाम पर सारा पैसा उन तक नहीं पहुंचा है।

कांता प्रसाद ने यूट्यूब पर गौरव पर यह आरोप लगाया है कि उन्होंने मेरी मदद तो की पर अपना फायदा भी कर गए उन्होंने जानबूझकर अपने परिवार और दोस्तों की बैंक डिटेल सोशल मीडिया पर डलवाए साथ ही उन लोगों का नंबर साझा किया जो उनके ही रिश्तेदार हैं इस वजह से मुझे डोनेशन के पैसे नहीं मिल पाए मुझे इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं दी गई कि अलग-अलग तरह से भुगतान के माध्यम के जरिए या धनराशि एकत्रित की गई है।

पुलिस ने जांच करने पर पाया की गौरव वासन की तरफ से 27 अक्टूबर को 3 बार पैसों की लेनदेन की गई है। पहली 2 लाख 33 हज़ार रुपए चेक के ज़रिए, दूसरी 1 लाख रुपए के चेक के द्वारा और तीसरी 45 हज़ार रुपए पेमेंट की रसीद जो सीधा बैंक में डलवाई थी। इस बात पर फिलहाल ऍफ़ आई आर दर्ज नहीं की गई है परन्तु शिकायत की जांच की जा रही है।