डेस्क : रानू मंडल ने वेस्ट बंगाल के रेलवे स्टेशन पर लता मंगेशकर का ” तेरी मेरी प्रेम कहानी ” गाना गया था जिसके उनका नाम सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था और वह रातोंरात मशहूर हो गई थी। मशहूर होने के बाद रानू का जीवन पहले जैसा नहीं रहा था।
बॉलीवुड के मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर हिमेश रेशमिया ने उनको अपने साथ गाना गाने का मौका दिया था। इसके बाद हिमेश रेशमिया ने अपनी फिल्म के लिए दो गान भी रानू मंडल से गवाए और वह दोनों गाने हिट हो गए। उनकी आवाज़ और गाने की दिन रात चर्चा होने लगी थी। इंटरनेट पर उनको एक अच्छी खासी फैन फोल्लोविंग मिली थी। आज हम आपको उनकी ज़िन्दगी की सच्ची कहानी के बारे में सब कुछ बताने वाले हैं।
यह बात काफी कम लोगों को पता है की रानू मंडल को लोग अलग अलग नाम से बुलाते हैं। ख़बरों के मुताबिक उनका असली नाम रेनू रे है। वह रानाघाट नदिआ जिला पश्चिम बंगाल की रहने वाली हैं। एक समय पर उनको रानू बॉबी के नाम से भी जाना जाता था। रानू मंडल की शादी बबलू मंडल से हुई थी और वह अपनी आगे की जिंदगी बिताने के लिए मुंबई में आ गईं थी।
इसके बाद उनके पति की अचानक मौत हो गई जिसकी बाद वह कुछ ख़ास नहीं कर पाइ, फिर वह अपने गाँव राना घाट पश्चिम बंगाल चली गईं, फिर उन्होंने अपनी गाने की कला को समझा और गाकर पैसे कामना शुरू किया। गाने की वजह से उनको कुछ न कुछ पैसे मिल जाते थे। उनकी एक बेटी भी थी लेकिन उस बेटी ने रानू को बेसहारा छोड़ दिया, जिसकी वजह से रानू भीख मांगने को मजबूर हो गईं थी।
जब उनकी बेटी को यह पता चला था की उनकी माँ रेलवे स्टेशन पर गाना गाती हैं तो उन्होंने अपनी माँ को छोड़ दिया और जब उनकी माँ यानी की रानू मंडल फेमस हो गईं तो उनकी बेटी वापस आ गई। अब रानू फिर से एक साल से गायब हैं, आखिरी बार वह बंगाली सिंगर रूपंकर के साथ नजर आईं थी। रूपांकर के साथ उन्होंने एक प्लेटफार्म पर गाना गया था और दोनों ने लोगों का खूब मनोरंजन किया था।
फिलहाल इस वक्त उनके पास अब कोई काम नहीं है और वह अपने पुराने रानाघाट के घर पर जा चुकी हैं। कोरोना के इस समय में उनके भी हालात बुरे हो गए हैं। लोगों का कहना है की रातों रात फेम पानी वाली रानू मंडल को लोगों ने अहंकारी बना दिया था। रानू मंडल ने अपने फैन के साथ गलत बर्ताव किया था जिसके बाद उनको इंटरनेट पर ट्रोल भी किया गया था। फिलहाल कोरोना काल के चलते वह अब अपने पुराने घर यानी की राणाघाट में हैं