बेटे ने किया था आँखों के इलाज कराने का वादा, ऑपरेशन से पहले ही छोड़ा साथ -हेलीकॉप्टर क्रैश में विंग कमांडर पृथ्वी सिंह के निधन से माँ की हालत खराब

डेस्क : सीडीएस बिपिन रावत के साथ 13 अन्य IAF के जवानों के साथ जो हाल ही में हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ, वह अपने आप में काफी दर्दनाक था। बता दे की 13 लोगों में से एक जवान आगरा का लाल कमांडर पृथ्वी सिंह था। पृथ्वी ही हेलीकॉप्टर के पायलट थे। ऐसे में जब हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ तो मौके पर उनका निधन हो गया। निधन की खबर जैसे ही उनके सारन नगर पैतृक गांव पर पहुंची तो वहां पर शोक की लहर दौड़ गई। सुबह से लेकर शाम तक उनके परिवार वालों को सिर्फ शोक संवेदना ही मिलती रही।

निधन की खबर मिलते ही उनकी माँ का रो-रो कर बुरा हाल है। आसपास के लोग परिवार का ढांढस बांधने के लिए उनके घर पर दिन रात इकट्ठा हो रहे हैं। माँ अपने लाल को लगातार बुला रही है। कभी वह – ओ बेटा कहकर चिल्लाती है तो कभी वह वह -मेरा बच्चा बोलते हुए रोने लगती है। बता दे की विंग कमांडर पृथ्वी सिंह की माँ का नाम सुशीला है। इस वक्त पृथ्वी की माँ की हालत चिंताजनक बनी हुई है। कई लोग उनको समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि शांत हो जाइए आपकी तबीयत खराब हो जाएगी लेकिन एक माँ तो माँ ही होती है।

पृथ्वी सिंह चौहान की चार बहने थी। हाल ही में उन्होंने बीते रक्षाबंधन के त्यौहार पर चारों बहनों को उपहार दिया था। ऐसे में राखी बांधने के लिए सारी बहने दूर-दूर से अपने भाई के पास दौड़ी चली आई थी लेकिन जैसे ही अपने भाई के निधन की खबर मिली तो वह अपने आंसू रोक नहीं पाइ और माँ सुशीला चौहान के पास आ गई। बता दें कि हाल ही में बेटे ने अपनी माँ सुशीला चौहान से वादा किया था कि वह उनकी आंखों का जल्द ही ऑपरेशन करवाएगा। यह सारी बातें उन्होंने अपने पिताजी से कही थी, लेकिन माँ की आंखों के इलाज से पहले ही पृथ्वी ने सबको अलविदा कह दिया। फिलहाल के लिए पूरा परिवार बेटे की तस्वीर को लेकर फफकर रो रहा है।

पृथ्वी की बड़ी बहन शकुंतला को जैसे ही टीवी पर यह पता चला कि बिपिन रावत जिस हेलीकॉप्टर में थे वह दुर्घटना ग्रस्त हो गया है तो उन्होंने तुरंत विंग कमांडर पृथ्वी यानी कि अपने भाई को फोन लगाया। दूसरी तरफ से फोन स्विच ऑफ आया तो उनकी बहन डर गई। फिर उन्होंने पृथ्वी की पत्नी कामिनी को संपर्क किया तब कामिनी ने बताया कि वह अब इस दुनिया में नहीं रहे। यह बात सुनके बहन शकुंतला के पांव के तले जमीन खिसक गई। संजय चौहान जो कि पृथ्वी चौहान के मामा लगते हैं उन्होंने कहा था कि पृथ्वी को पल्सर बाइक चलाना पसंद था। वह कहता था कि जब भी मैं मोटरसाइकिल चलाता हूँ तो मुझे हवा से बातें करना अच्छा लगता है।

पृथ्वी सिंह का फाइल फोटो और पिता

एक दिन उसने कहा था कि वह हवा के साथ-साथ आसमान से भी बातचीत करना चाहता है जिसके चलते उसने इंडियन एयर फोर्स जॉइन किया, लेकिन उसे क्या पता था कि उसको हवा ही धोखा दे जाएगी। इस वक्त सारन नगर में बीटा ब्रेड के मालिक सुरेंद्र सिंह के बेटे विंग कमांडर पृथ्वी सिंह के लिए हर तरफ शोक की लहर है। पृथ्वी के पड़ोसियों का कहना है कि जैसे ही उन्होंने यह खबर सुनी थी तो वह भावुक हो गए थे।

लंबे समय से पृथ्वी- पड़ोसी नीरज श्रीवास्तव को चाचा कहकर बुलाते थे। ऐसे में दोनों के घर की दीवारें भी मिली हुई है। उन्होंने बताया कि पृथ्वी चौहान शुरू से ही काफी जांबाज और खुशमिजाज किस्म का लड़का था। इस वक्त पृथ्वी के निधन की खबर सुनकर सभी को धक्का लगा है।