डेस्क : रविवार को गुजरात के मोरबी से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मोरबी ब्रिज हादसे को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। हादसे की जांच हो रही है और यकीन भी दिलाया गया है कि कुछ दिनों बाद जांच के नतीजे सामने आयेंगे। अब तक 130 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो गई है। हादसे के पीछे लापरवाही एक सबसे बड़ा मुद्दा बनता नजर आ रहा है। क्योंकि हादसे को लेकर हैरानी की ऐसी कई सारी बातें हैं जिसपर यदि ध्यान दिया जाता तो शायद ये घटना नहीं हुई होती।
पहली बात तो मच्छु नदी पर बने इस पुल पर 100-150 लोगों के आने की क्षमता थी। हादसे के दिन यानी रविवार को इस पुल पर क्षमता से 5 गुना ज्यादा लोगों को अनुमति कैसे मिली? कैसे 100 लोगों की क्षमता वाले पुल पर 400-500 लोग आ गये? ये अनुमति किसने दी? पुल पर जाने के लिए करीब 15 रुपये की फीस लगती है। तो कहीं दिवाली के बाद वाले वीकेंड पर किसी ने जानबूझ कर कमाई की लालच से इस पुल को बिना फिटनेस जांच के ही खोल दिया था और इतने लोगों की भीड़ पुल पर जुट गई थी।
मोरबी हादसे के बाद लापरवाही से जुड़ा अहम मुद्दा भी सामने आ रहा है। तभी इस मामले में राजकोंट रेंज के आईजी अशोक यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस कांफ्रेंस में उन्होंने मामले में जांच की स्थिति को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि अब तक नौ लोगों की गिरफ्तारी हुई है। साथ ही गिरफ्तार हुई उन नौ लोगों के बारे में पूरी जानकारी दी, जिन्हें इस हादसे में गिरफ्तार किया गया है।
अशोक यादव ने कहा कि यह काफी दुखद घटना है। 30 तारीख को एफआईआर दर्ज की गई थी। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही 304, 308 और 114 आईफपीसी की धारा लगाई गई है। हालांकि प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आईजी कई सवालों से बचते भी नजर आ रहे थे।
यह हैं नौ गिरफ्तार
गिरफ्तारी को लेकर आईजी ने बताया कि अब तक कुल 9 लोग गिरफ्त में आए हैं। जिन्हें गिरफ्तार किया गया वो हैं-
1. दीपक भाई नवीनचंद्र भाई पारेख (ओरेवा कंपनी का मैनेजर)
2. नवीन भाई मनसुख भाई दवे (ओरेवा कंपनी का मैनेजर)
3. मनसुख भाई वालजी भाई टोपिया (टिकट क्लर्क)
4. मदन भाई लाखा भाई सोलंकी (टिकट क्लर्क)
5. प्रकाशभाई लालजी भाई परमार (ब्रिज रिपेयरिंग कॉन्ट्रेक्टर)
6. देवांग भाई लालजी भाई परमार (ब्रिज रिपेयरिंग कॉन्ट्रेक्टर)
7 अल्पेश गोहिल (सिक्योरिटी गार्ड)
8. दिलीप गोहिल (सिक्योरिटी गार्ड)
9. मुकेश भाई चौहान (सिक्योरिटी गार्ड
अचानक हुआ भयानक हादसा
रविवार 30 अक्टूबर को गुजरात में मोरबी शहर के बी डिवीजन क्षेत्र में झूला पुल टूट गया। इस पुल के अकस्मात टूटने के कारण अब तक लगभग 130 से ऊपर लोगों की मृत्यु हो गई है और अन्य लोग घायल हैं। हालांकि अभी भी मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। प्रशासन द्वारा इस समय भी नदी में तलाश की जा रही है।
जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि ‘मच्छू नदी पर बना झूलता पुल कल शाम अचानक टूट गया, जिसके कारण कई लोग नदी में गिर गए। इसके बाद वहां कोहराम मच गया था। रविवार को हादसे के बाद सोमवार को भी राहत कार्य चल रहा था। कई अन्य लोग इस हादसे में घायल हैं।’
दिवाली के अगले दिन खुला था पुल
सामने आई जानकारी के अनुसार इस सस्पेंशन ब्रिज की मरम्मत एक निजी फर्म द्वारा की गई थी। सात महीने के मरम्मत कार्य के बाद दीवाली के अगले दिन इस पुल को आम जनता के लिए खोल दिया गया थम मरम्मत के काम 2 करोड़ रुपए भी खर्च हुए थे। इस बारे में मोरबी नगर पालिका के अधिकारी ने संदीपसिंह जाला ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि नवीकरण कार्य पूरा होने के बाद इसे जनता के लिए खोल दिया गया था, लेकिन स्थानीय नगरपालिका ने अभी तक (नवीनीकरण कार्य के बाद) कोई फिटनेस प्रमाण पत्र जारी नहीं किया था।