डेस्क : Indian Railway रेल यात्रियों के लिए काम की खबर है। ट्रेन में सफर करने के लिए टिकट रिज़र्वेशन करवाना होता है। इसको लेकर कई काफी सुविधा में रहते हैं। यदि आप अपने यात्रा के लिए टिकट लेते हैं और आरएसी (RAC) मिलता हैं। तो ऐसे में आप क्या करेंगे। आपके मन मे यह जरूर चलता होगा कि RAC है सीट मिलेगा की नहीं या कहां मिलेगा। ऐसे में आपके मन का सभी सुविधाओं को आज हम दूर करेंगे।
क्या होता है RAC Seat : आरएसी (Reservation Against Cancellation) टिकट का मतलब कोई भी व्यक्ति अपना टिकट करवाता है तो आपको पूरी सीट दी जाएगी। परंतु तब तक आधी सीट यानी सिर्फ बैठने योग्य सीट ही मिलती है। आरएसी टिकट में एक सीट पर दो यात्रियों को बैठना पड़ता है। ऐसे में दोनों में से किसी एक का टिकट कैंसिल होने की स्थिति में दूसरे को पूरी सीट मिलती है।
स्लीपर क्लास में RAC Seat कैसे और कहां होता है : बता दें की स्लीपर क्लास में केवल साइड लोअर सीट ही आरएसी वालों को दी जाती है। एक कोच में 7 सीट आरएसी के लिए रिज़र्व होती है। जिसमें 14 यात्रियों को बैठ कर यात्रा करना होता है। बता दें साइड लोअर सीट में दो लोगों को बैठने सुविधा दी गयी होती है। जिसपर बस की तरह बैठ सकते हैं। वहीं फूल सीट मिल जाने पर उसे सेलीपर सीट बना लिया जा सकता है।
AC कोच में RAC : थ्री-टियर एसी कोच की बात करें तो इसमें 4 आरएसी सीट रिज़र्व होती है। जिसमें 8 यात्रियों टिकट दिया जाता है। वहीं टू-टियर एसी में 3 बर्थ आरएसी रिज़र्व रहता है। इसमें 6 यात्रियों को टिकट दिया जाता है। इन कोचों में भी दोनों यात्री में से किसी एक का टिकट कैंसिल होने पर दूसरे व्यक्ति को पूरी सीट मिल जाती है। सफर कर सकते हैं।