डेस्क : भारत पाकिस्तान में भले ही अनेको दूरियाँ हो। दोनों देश एक दुसरे के दुश्मन हो लेकिन एक समय ऐसा था जब दोनों देश एक हुआ करते थे और पकिस्तान बनाने की जिद्द की वजह से भारत दो हिस्सों में बट गया। एक हिस्सा भारत रह गया और दूसरा पाकिस्तान बन गया लेकिन इन दोनों देशो के लोगो के बीच बंटवारे की वजह से दूरियाँ आ गई और कई परिवार बिछड़ गए। अब अगर किसी का परिवार पकिस्तान में रहता है तो उसको पासपोर्ट की जरूरत होती है और भारत से कोई पाकिस्तान अपने परिवार से मिलने जाता है तो उसको पासपोर्ट की जरूरत होती है।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें 65 वर्षीय हसीना बेगम करीब 18 साल पहले अपने ससुराल वाले लोगों से मिलने के लिए पाकिस्तान गईं थी। वहाँ पर लाहौर में उनका पासपोर्ट खो गया, जिस वजह से पकिस्तान पुलिस ने उनको जेल में डाल दिया। लेकिन,18 साल बाद वह भारत लौट चुकी हैं। औरंगाबाद के थाने में रिपोर्ट भी दर्ज करवाई गई थी। जब वह भारत वापस आईं तो उन्होंने कहा की अब मुझे राहत की सांस लेने को मिली है। मुझे अब लग रहा है मैं स्वर्ग में रह रही हूँ। मैं औरंगाबाद पुलिस का धन्यवाद देना चाहती हूँ।
हसीना बेगम के एक रिश्तेदार ने भी औरंगाबाद पुलिस की मदद की। रिपोर्ट दर्ज करवाने से लेकर सारी कानूनी कार्यवाही उन्होंने पुलिस के साथ रह कर पूरी की। हसीना बेगम की शादी दिलशाद अहमद से हुई थी जो उत्तर प्रदेश सहारनपुर के रहने वाले हैं। पकिस्तान की अदालत में जब उन्होंने गुहार लगाई तो उनकी बात किसी ने नहीं सुनी। अब हसीना बेगम भारतीय सुरक्षा अधिकारीयों के हाथों में हैं।