Surya Kumar Yadav: 12 साल का इंतजार फिर धुआंधार, सूर्या ऐसे बनें नंबर-1 T-20 बल्लेबाज..

Surya Kumar Yadav: सूर्य कुमार यादव भारतीय क्रिकेट के एक धुरंधर बल्लेबाज हैं। इन्हें बेस्ट T20 बल्लेबाज भी कहा जाता है। सूर्यकुमार अपनी तूफानी बल्लेबाजी से लोगों के दिलों दिमाग पर राज करते हैं। बीते दिनों श्रीलंका के खिलाफ खेलते हुए सूर्य प्रकाश यादव ने 3 बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए। यह आज बुलंदियों के शीर्ष पर हैं। लेकिन इसके पीछे इनका बड़ा संघर्ष रहा है। आइए जानते हैं।

सूर्यकुमार यादव बचपन में सोचते थे कि वह क्रिकेटर बनेंगे। परिवार वालों ने भी पूरा सहयोग दिया। स्कूलिंग से लेकर शुरुआती ट्रेनिंग तक करियर को ध्यान में रखकर किया गया। बाद में वे वेंगसरकर अकादमी में शामिल हो गए। घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे। चयनकर्ताओं ने ध्यान नहीं दिया, फिर भी हार नहीं मानी। करीब 10 साल तक घरेलू क्रिकेट में खुद को आजमाने और आईपीएल में रनों का पहाड़ खड़ा करने के बाद उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू का मौका मिला।

सूर्यकुमार यादव का परिवार बनारस-गाजीपुर के बीच हथोड़ा गांव का रहने वाला है। सूर्यकुमार को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था। बनारस की गलियों में क्रिकेट खेलते थे। उनके शौक को देखते हुए 10 साल की उम्र में उनके पिता और चाचा ने उन्हें मुंबई भेज दिया। जहां उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर आज भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी जगह बनाई। सूर्या के दादा विक्रम सिंह यादव सीआरपीएफ में इंस्पेक्टर थे और उन्हें 1991 में राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था। सूर्यकुमार ने 2016 में अपनी दोस्त देविशा शेट्टी से शादी की थी।

मैच में रिकॉर्ड : सूर्यकुमार यादव के नाम अब टी20 क्रिकेट में 3 शतक हो गए हैं। उन्होंने तीनों शतक ओपनिंग पोजीशन से नीचे बल्लेबाजी करते हुए बनाए हैं। वह टी20 इंटरनेशनल में ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी हैं। वे इकलौते खिलाड़ी हैं जिन्होंने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 3 टी20 शतक जड़े हैं। इस मामले में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल, दक्षिण अफ्रीका के डेविड मिलर समेत 6 खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया। सभी ने ओपनिंग के बाद बल्लेबाजी करते हुए 2-2 शतक लगाए हैं।