वेंटिलेटर और एम्बुलेंस का इंतजाम नहीं हो सका, कोविड से बिहार के NSG कमांडो की गयी जान

डेस्क : देशभर में कोरोना वायरस से सभी लोगों का बुरा हाल है। देश के अलग-अलग हिस्सों में कई जगह से ऑक्सीजन, दवाई, बेड की कमी की रिपोर्ट आ रही है। साथ ही देश के ज्यादातर हिस्सों से ऐसी ही रिपोर्ट्स आ रही है। जहां ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों की मौत हो रही है। अगर वक्त रहते वेंटिलेटर और एम्बुलेंस का इंतजाम हो जाता तो आज हमारे बीच बिहार के नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) के एक सीनियर कमांडो जो 5 मई को कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए। ग्रेटर नोएडा के सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज (CAPF) हॉस्पिटल में एनएसजी के सीनियर कमांडर बीरेंद्र कुमार झा की मौत हो गई है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट मुताबिक़ कोरोना वायरस की वजह से भारत के टॉप आतंकवाद विरोधी कमांडो फ़ोर्स में यह पहली मौत है।

अस्पताल में नहीं हो सका था वेंटिलेटर का इंतजाम: सूत्रों के हवाले से बताया है कि 54 साल के ग्रुप कमांडर 19 अप्रैल को कोविड-19 की चपेट में आए थे। उनकी हालात ख़राब होने पर CAPF के हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया, जहां उनकी तबीयत में सुधार था। लेकिन 4 मई की देर रात उनकी तबीयत ज्यादा ख़राब हो गई। जब लगा कि उनकी हालत बिगड़ रही है, तो उन्हें वेंटिलेटर पर रखने को कहा लेकिन दुर्भाग्य से हॉस्पिटल के दो वेंटिलेटर काम नहीं कर रहे थे। इसके बाद एम्स दिल्ली के जरिए कोशिश की गई, लेकिन वहां बताया गया कि इतने कम वक्त में व्यवस्था नहीं की जा सकती। इसके बाद NSG ने नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल में संपर्क किया, जहां वेंटिलेटर उपलब्ध हुआ। अब CAPF हॉस्पिटल के पास शिफ्ट करने के लिए विशेष एम्बुलेंस नहीं था। फिर से फोर्टिस से संपर्क किया गया तो पता चला कि उनके पास भी लाइफ-सेविंग एम्बुलेंस नहीं है। इस सब में वक्त जा रहा था। ऐसे में अंत में NSG ने एडवांस्ड कार्डियक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस के जरिए भेजा लेकिन कार्डियक अरेस्ट के कारण उनकी मौत हो गई अधिकारियों ने बताया है कि एम्बुलेंस 2:30 बजे पहुंची लेकिन 3 बजे ग्रुप कमांडर की मौत हो गई. डॉक्टर्स ने पूरी कोशिश की लेकिन उन्हें बचा नहीं पाए।

कौन थे बीरेंद्र कुमार झा?: ग्रुप कमांडर बीरेंद्र कुमार झा मूल रूप से बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स (BSF) कैडर के 1993 बैच के अधिकारी थे। वह मुल रुप से बिहार के रहने वाले थे। साल 2018 में डेपुटेशन पर NSG में शामिल हुए थे। 54 साल की उम्र में उनका निधन हो गया है। NSG के अंतरिम डेटा के मुताबिक़ अब तक कुल 459 कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले सामने आए हैं
लेकिन अब सिर्फ 59 सक्रिय केस बचे हैं।