600 में 600 नंबर लाने वाली टॉपर दिव्यांशी जैन बताया अपना अगला लक्ष्य, इतिहास में करेंगी रिसर्च

डेस्क : सीबीएसई 12वीं रिजल्ट में 100 फीसदी अंक हासिल कर छात्रा दिव्यांशी जैन ने लखनऊ शहर का नाम रोशन किया है। सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में उन्होंने सभी विषयों में 600 में से 600 अंक हासिल करने का असंभव कारनामा कर दिखाया है। दिव्याशीं की इस कामयाबी ने देशभर के लोगों को ध्यान खींचा है। लोग उनकी पढ़ाई की योजना और शानदार सफलता के बारे में जानना चाहते हैं। आपको बता दें कि दिव्यांशी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बताया कि वह भविष्य में इतिहास में शोध करना चाहती हैं और अपने देश के भूतकाल के बारे और जानकारी हासिल करना चाहती हैं। दिव्यांशी ने हिन्दुस्तान लखनऊ टीम से बात करते हुए बताया कि वह फिलहाल दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए ऑनर्स करना चाहती हैं। वह इतिहास विषय में आगे की पढ़ाई करेंगी।

दिव्यांशी ने बताया कि उन्होंने सभी विषयों की परीक्षा दी थी लेकिन कोरोना के कारण सिर्फ एक विषय भूगोल का पेपर नहीं दे पाई थीं। उन्होंने बताया कि वह 10वीं रिजल्ट में टॉपर्स में एक थीं। 10वीं में उन्हें 97% मार्क्स मिले थे। उन्होंने बताया कि उनके पैरेंट्स और शिक्षकों के कारण ही ऐसा रिजल्ट आया है। टीचर्स ने जहां लगातार पूरे साल उनका मार्गदर्शन किया वहीं पैरेंट्स ने एक सेट रूटीन से पढ़ाई करने व अच्छे नंबर लाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया। दिव्यांशी ने बताया कि परीक्षा से पहले उन्होंने रिवीजन और मॉक टेस्ट पर काफी ज्यादा फोकस किया था यही वजह है कि उन्हें इतने अच्छे नंबर मिले।

सीबीएसई 12वीं रिजल्ट में 100 फीसदी अंक हासिल कर छात्रा दिव्यांशी जैन ने लखनऊ शहर का नाम रोशन किया है। सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में उन्होंने सभी विषयों में 600 में से 600 अंक हासिल करने का असंभव कारनामा कर दिखाया है। दिव्याशीं की इस कामयाबी ने देशभर के लोगों को ध्यान खींचा है। लोग उनकी पढ़ाई की योजना और शानदार सफलता के बारे में जानना चाहते हैं। आपको बता दें कि दिव्यांशी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बताया कि वह भविष्य में इतिहास में शोध करना चाहती हैं और अपने देश के भूतकाल के बारे और जानकारी हासिल करना चाहती हैं। दिव्यांशी ने हिन्दुस्तान लखनऊ टीम से बात करते हुए बताया कि वह फिलहाल दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए ऑनर्स करना चाहती हैं। वह इतिहास विषय में आगे की पढ़ाई करेंगी।

दिव्यांशी ने बताया कि उन्होंने सभी विषयों की परीक्षा दी थी लेकिन कोरोना के कारण सिर्फ एक विषय भूगोल का पेपर नहीं दे पाई थीं। उन्होंने बताया कि वह 10वीं रिजल्ट में टॉपर्स में एक थीं। 10वीं में उन्हें 97% मार्क्स मिले थे। उन्होंने बताया कि उनके पैरेंट्स और शिक्षकों के कारण ही ऐसा रिजल्ट आया है। टीचर्स ने जहां लगातार पूरे साल उनका मार्गदर्शन किया वहीं पैरेंट्स ने एक सेट रूटीन से पढ़ाई करने व अच्छे नंबर लाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया। दिव्यांशी ने बताया कि परीक्षा से पहले उन्होंने रिवीजन और मॉक टेस्ट पर काफी ज्यादा फोकस किया था यही वजह है कि उन्हें इतने अच्छे नंबर मिले।