डेस्क : इस वक्त सोशल मीडिया पर एक लड़की सुर्खियों में है। चर्चा का विषय कोई खास नहीं है, बशर्ते वर्तमान युवाओं के लिए प्रेरणा का संदेश है। दरअसल, एक लड़की ने अर्थशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई पूरी की और फिर नौकरी की तलाश शुरू कर दी। जब उन्हें दो साल तक कोई नौकरी नहीं मिली, तो उन्होंने चाय की दुकान खोलने का फैसला किया।
लड़की ने पटना के महिला कॉलेज के बाहर टपरी में चाय की दुकान खोली। ग्रेजुएट लड़की प्रियंका गुप्ता ने कहा, ‘मैंने 2019 में यूजी (स्नातक) किया लेकिन पिछले 2 साल में नौकरी नहीं मिल पाई। मैंने प्रफुल्ल बिलोर से प्रेरणा ली। उन्होंने यह भी कहा, ‘देश में कई चायवाले हैं, चायवाले क्यों नहीं हो सकते?’
पटना महिला कॉलेज के बाहर युवती ने खोली चाय की दुकान : बिहार की राजधानी पटना में 24 साल की प्रियंका गुप्ता ने नौकरी न मिलने पर चाय की दुकान खोलने का फैसला किया। बिहार के पूर्णिया जिले की मूल निवासी प्रियंका गुप्ता दो साल की कड़ी मेहनत के बावजूद बैंक प्रतियोगी परीक्षाओं में फेल होने के बाद पटना महिला कॉलेज के पास चाय की दुकान चला रही हैं। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रियंका ने इसी साल 11 अप्रैल से चाय बेचना शुरू किया। वह अपने स्टॉल पर अच्छी संख्या में ग्राहकों को आकर्षित कर रही है।
मीडिया से बात करते हुए प्रियंका ने ऐसा कहा : मीडिया से बात करते हुए प्रियंका ने कहा, ‘मैं पिछले दो साल से लगातार बैंक प्रतियोगी परीक्षाओं को क्रैक करने की कोशिश कर रही हूं, लेकिन पूरा समय व्यर्थ गया। इसलिए, घर वापस जाने के बजाय, मैंने पटना में एक ठेले पर चाय की दुकान लगाने का फैसला किया। इसमें मुझे कोई हिचक नहीं है। शहर में अपनी चाय की दुकान खोली और मैं इस व्यवसाय को आत्मनिर्भर भारत की ओर एक कदम के रूप में देखता हूं।
MBA चायवाला से प्रभावित होकर शुरू की खुद की दुकान : अहमदाबाद में चाय की दुकान चलाने वाले प्रफुल्ल बिलोर को प्रियंका अपना रोल मॉडल मानती हैं। MBA करने के बावजूद बिलोर ने एक चाय की दुकान शुरू की और अब उनका बहुत बड़ा व्यवसाय है। 24 वर्षीय प्रफुल्ल बिलोर ग्राहकों को चाय की दुकान की ओर आकर्षित करने के लिए ‘पीना ही पडागा’ और ‘सोच मत… चालू कर दे बस’ जैसी दिलचस्प पंचलाइनों का उपयोग करते हैं