इसबार लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह का छोटा होगा आयोजन! कोरोना ने बदले सारे शेड्यूल

डेस्क: कोरोना वायरस ने देश की अर्थव्यवस्था को बदल कर रख दिया है इस बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण बहुत सारे कार्यक्रम या तो रद्द किए जा रहे हैं या फिर उसके नियम बदले जा रहे हैं। इस महामारी के कारण इतिहास में पहली बार होगा जब भारत की राजधानी के लाल किले पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह की अवधि को पिछले साल की अपेक्षा कम कर दिया गया है.इस बढ़ती महामारी को देखते हुए पिछले साल की तुलना में इस वर्ष केवल 20% वीवीआईपी या अन्य प्रतिभागी ही पीएम मोदी के लाइव भाषण को देख पाएंगे।

कार्यक्रम में बदलाव का कारण है कोरोना कार्यक्रम में इस बार पूरी तरह से बदलाव होगा. इसमें एक भी छात्र शामिल नहीं होंगे. लाल किले समारोह में राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेट भाग लेंगे. इसी तरह पहले से अलग वीवीआईपी किले की प्राचीन पर नहीं बैठ पाएंगे, जहां से प्रधानमंत्री स्वतंत्र दिवस पर भाषण देते है।पहले दोनों तरफ करीब 900 वीवीआईपी किले के प्राचीन पर बैठेते थे लेकिन इस बार उनको बैठने के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। इस बार केवल 100 लोगों को ही बैठने की अनुमति मिलेगी। इससे भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह होगी इस कोरोना बीमारी से उबरने वाले 1500 विजेता इस समारोह में भाग लेंगे। इनमें से 500 स्थानीय पुलिस होंगे इसके अलावा देश के विभिन्न हिस्सों से 1000 लोग भाग लेंगे।अगर बात करें पिछले साल की तो पिछले साल मोदी जी के भाषण को देखने के लिए कम से कम 10,000 लोग समारोह में शामिल हुए थे लेकिन अब हाल ही में एक बैठक में रक्षा मंत्रालय ने यह फैसला लिया है की आम जनता के बजाय कोरोना विजेताओं को इस समारोह में भाग लेने की अनुमति मिले।

व्यवस्थाओं का लिया जायजा रक्षा सचिव अजय कुमार और एएसआई के महानिदेशक ने तैयारियों का जायजा लेने के लिए पिछले सप्ताह लाल किले का दौरा किया। अजय कुमार ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों से सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखने की व्यवस्था को भी ध्यान में रखने को कहा।