PAN कार्ड के 10 अंकों में छुपी होती है यह अहम् जानकारी, आप भी जान लीजिये उनका मतलब

डेस्क : पैन कार्ड अपने आप में एक आवश्यक दस्तावेज है अगर कोई भी व्यक्ति अपना खाता बैंक में खुलवाना चाहता है तो उसको एक परमानेंट अकाउंट नंबर दिया जाता है। फिर वह अकाउंट नंबर मुंबई से बनकर आता है जिस का होना अनिवार्य है। अगर आपके पास पैन नंबर नहीं है तो आपका बैंक में अकाउंट नहीं खुलता है। पैन नंबर के तहत सारी जानकारी रखी जाती है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि प्रत्येक व्यक्ति साल में कितनी आय कमा रहा है और उस पर टैक्स वसूला जाना चाहिए या नहीं ? यह पैन नंबर से ही आंका जाता है।

इतना ही नहीं अगर आपके पास पैन कार्ड है तो आप उससे नई सिम निकलवा सकते हैं और रेलवे में अगर जरूरत पड़ती है पहचान पत्र की तो आप पैन कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको बता दें कि पैन कार्ड में 10 अंकों का नंबर होता है जो बेहद ही महत्वपूर्ण है लेकिन कभी आपने सोचा है इस 10 अंकों का मतलब क्या है हमेशा ही पैन कार्ड के शुरुआत में तीन अक्षर अंग्रेजी के होते हैं यह अंग्रेजी के अक्षर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा तय किए जाते हैं और 14 अंक जो होता है उसे स्टेटस की जानकारी निकलती है, वह भी अंग्रेजी का ही होता है।

B बॉडी ऑफ इंडिविजुअल
L लोकल
G गवर्नमेंट
J आर्टिफिशियल जुडिशल पर्सन
P एकल व्यक्ति
F फार्मेसी कंपनी

A व्यक्तियों का संघ
T ट्रस्ट

H अविभाजित परिवार

इसके बाद पांचवा अंक एक अंग्रेजी का अक्षर होता है जो आपकी सरनेम का पहला शब्द होता है और फिर 4 अंकों की संख्या होती है जो 0001 से 9999 तक होती है। इसके बाद भी आपको एक अंग्रेजी का अक्षर मिलेगा जिसमें यह जानकारी होती है कि वह अल्फाबेट चेक है। इसके तहत सारी राशि निकालने एवं जमा करने की जानकारी आयकर विभाग को पता लग जाती है। वित्तीय दस्तावेजों के लिए पैन कार्ड बहुत ही जरूरी है। पैन कार्ड स्थान परिवर्तन के लिए कोई बदलाव नहीं होता और इनकम टैक्स एक्ट 139A के तहत पैन कार्ड जारी किया जाता है, करदाताओं के लिए या परिचय पत्र का कार्य करता है।