Modi Shahdol Visit: पीएम को भेंट की जाएगी ₹25 की ये माला, जानें- इन उपहारों के बारे में..

PM Modi Shahdol Visit: कुछ उपहार ऐसे होते हैं जिनका मोल महंगे से महंगा सामान भी नहीं कर सकता है। 1 जुलाई 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहडोल आने वाले हैं। वह यहां आकर सिकल सेल कार्यक्रम लॉन्च करेंगे और इसके साथ ही जनजातीय समूहों के साथ चर्चा करेंगे लेकिन इस चर्चा से ज्यादा प्रधानमंत्री मोदी को उपहार में दी जाने वाली वस्तुएं खास हैं।ये वस्तुएं ऐसी हैं जिनकी कीमत 20 से ₹25 के करीब है। इनकी कीमत ऐसी है जिसे आम आदमी भी सपोर्ट कर सकता है, साथ ही में यह सांस्कृतिक रूप से भी काफी ज्वलंत हैं।

किसी ने सच ही कहा है कि उपहार की कीमत नहीं बल्कि उसे देने वाले व्यक्ति की नीयत से उसका दाम बढ़ जाता है,ऐसे ही उपहारों के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं जो आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट किए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहडोल आने वाले हैं जिसमें इस कार्यक्रम में उन्हें तीन ऐसे उपहार दिए जाएंगे जिन्हें कोई भी आम व्यक्ति खरीद सकता है.

लेकिन यह अपनी खास बनावट के लिए जाने जाते हैं। यह तीन उपहार हैं वीरन माला, कौड़ियों से सजी हुई बैगा जैकेट जिसे बैगा समुदाय जो एक आदिवासी समुदाय है जो सबसे ज्यादा मध्य भारत में रहते हैं उनके द्वारा बनाई गई जैकेट और मोर पंख लगी हुई कलगी जिसे फेटा या साफा भी कहते हैं प्रधानमंत्री को उपहार स्वरूप दी जाएगी।

जानिए क्या है इनमे खास: सबसे खास बात यह है कि इन सारे उपहारों की कीमत न्यूनतम है माला जिसे हम वीरन माला भी कहते हैं उसकी कीमत 20 से ₹25 है।जी हां, यह मात्र 20 से ₹25 में बनती है, वहीं जैकेट जिसमें कौड़ियां जड़ी हुई है उसकी कीमत है 1500 रुपए और कलगी जिसे फेटा या साफा भी कहते हैं ₹400 में तैयार होती है। प्रधानमंत्री मोदी को देने के लिए जो भी उपहार तैयार हुए हैं वह डिंडोरी से पहले भोपाल आए और उसके बाद मंजूरी के बाद उन्हें शहडोल भेजा गया। आपको बता दें कि डिंडोरी में 10 बैगा परिवार इन्हें बनाते हैं और यह वीवीआईपी गिफ्ट तैयार किए जाते हैं।

इन सबके अलावा प्रधानमंत्री को पद्मश्री दुर्गाबाई के द्वारा बनाई गई गोंड पेंटिंग भी गिफ्ट की जाएगी ,जब नरेंद्र मोदी पकरिया गांव पहुंचेंगे तब उन्हें यह माला, जैकेट और फेटा या साफा गिफ्ट किया जाएगा,जबकि पेंटिंग उन्हें सिकल सेल प्रोग्राम के लॉन्चिंग के दौरान दी जाएगी।आपको बता दें कि माला एक घास से बनाई जाती है जिसे ‘ सूत हहर’ कहते हैं और यह डिंडोरी में ही पाई जाती है, और जैकेट का कपड़ा भी सूत से बैगा समुदाय के लोग तैयार करते हैं।