1 जून से होने जा रहे इन बड़े बदलाव का पड़ेगा आपकी जेब और रोजमर्रा की जिंदगी पर सीधा असर

डेस्क : भारत में इस वक्त 20 से ज्यादा पब्लिक सेक्टर बैंक है। यह सभी बैंक भारत के नागरिकों के हितों के लिए काम कर रहे हैं। बता दें कि 1 जून 2021 से कई बैंकों के नियम बदल दिए जाएंगे। इसका सीधा असर ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा। जिन नियमों को बैंक बदलेंगे उनमें कैनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और सिंडीकेट बैंक। चलिए जानते हैं एक एक करके सभी बदलाव।

IFSC कोड में बदलाव बैंक की ओर से पहले ही यह जानकारी साझा की जा चुकी है कि वह अपने आईएफएससी कोड में बदलाव करने जा रहे हैं ऐसे में अगर आपको अपनी बैंक का नया आईएफएससी कोड प्राप्त करना है तो इसके लिए आपको कैनरा बैंक, सिंडिकेट बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि सिंडिकेट बैंक और कैनरा बैंक आपस में विलय कर चुके हैं।

बदल जाएगा चेक कलेक्शन का तरीका बैंक ऑफ बड़ौदा की तरफ से नए नियम जारी किए गए हैं जिसमें बैंक ने कहा है कि कोई भी ग्राहक यदि दो लाख से ऊपर का चेक कर पेमेंट करता है तो उसको पॉजिटिव पे कंफर्मेशन करवाना होगा। इस कार्य से बैंक यह सुनिश्चित करेगा कि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी बैंक के ग्राहकों के साथ ना हो। ऐसे में पॉजिटिव पे सिस्टम के तहत चेक की सारी जानकारी कंफर्म की जाएगी, इसके बाद ही 2 लाख का चेक जारी किया जाएगा। यह नियम एक जून 2021 से लागू होगा। यदि री-कंफर्म होते वक्त चेक में किसी भी प्रकार की गलती पकड़ी जाती है तो चेक क्लियर नहीं होगा।

रसोई के एलपीजी सिलेंडर में भी होगा बड़ा बदलाव रसोई गैस सिलेंडर जिन कंपनियों से आता है, वह कंपनियां सिलेंडर के भाव हर महीने तय करती हैं। ऐसे में हर महीने कुछ ना कुछ बदलाव कंपनियों द्वारा निश्चित ही किया जाता है, कभी-कभी यह बदलाव महीने में 1 बार से अधिक होता हुआ देखने को मिलता है, फिलहाल एलपीजी सिलेंडर दिल्ली शहर में 805 रूपए का मिल रहा है।

ज्वेलीरी की खरीद में बदलाव अगर आप सोना खरीदने के शौकीन है तो आपको बता दें कि 15 जून से आप कोई भी ज्वेलरी खरीदते हैं तो उस पर गोल्ड हॉल मार्किंग का लोगो होना अनिवार्य होगा। ऐसे में ज्वेल्लेरी को लेकर नए नियम जारी करें गए हैं जिसके बाद वही ज्वेलरी बाजार में बिकेगी, जिस पर हॉलमार्क का चिन्ह बना रहेगा।

जीमेल पर बड़ा बदलाव इंटरनेट पर काम करते हैं तो आपने गूगल चलाया होगा। गूगल चलाते हुए हम अक्सर यह परवाह नहीं करते की गूगल की सर्विस जीमेल में हम कितना डाटा इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में गूगल की तरफ से कहा गया है कि 1 जून से वह अपने ग्राहकों को जीमेल के लिए सिर्फ 15GB स्पेस देगा। अगर यूजर को 15GB से ज्यादा स्पेस चाहिए तो उसको अतिरिक्त पैसा भरना होगा।