गर्व! माँ थी बीमार..पिता का हो चूका है देहांत..इलाज के लिए नहीं थे पैसे, किडनी बेचने अस्पताल पहुंच गया नाबालिग बेटा..

इस दुनिया मे मां से बड़ा योद्धा कोई नही…मां का दर्जा गुरु और ईश्वर से भी बड़ा होता है. मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है… इस दिन को लोग अपनी माताओं के लिए समर्पित कर देते है… हमने श्रवण कुमार के बारे में भी सुना है..माता पिता की सेवा कैसे की जाती है.

आज भी दुनिया मे इससे बड़ा उदाहरण कोई नही है बिहार के गया का रहने वाला एक लड़का दीपांशु आज के जमाने में किसी श्रवण कुमार से कम नही है…दीपांशु पटना के रिम्स अस्पताल में अपनी मां के इलाज के लिए अपनी किडनी देने पहुँच गया, दीपांशु की मां का पैर टूट गया है लेकिन इलाज के लिए उसके पास पैसे नही है.

दीपांशु इसीलिए अपनी किडनी बेचने पर आमादा है. शहर के कई निजी अस्पतालों में अपनी मां के इलाज के लिए दर बदर भटक चुका है इसके बाद कुछ लोगो ने उसे पटना के रिम्स अस्पताल में न्यूरो विभाग के डॉक्टर विकास के पास जाने की सलाह दिया..दीपांशु ने वहाँ जाकर अपनी किडनी बेचने की बात कही जहां उसे बाकायदा समझाया बुझाया गया कि किडनी खरीदना बेचना कानूनन अपराध है. डॉक्टर विकास ने दीपांशु का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जिसके बाद यह वीडियो काफी वायरल है