कश्मीर मे बन रहा है दुनिया का सबसे ऊंचा ब्रिज, एफिल टावर से भी होगी अधिक ऊंचाई, यहां जानिए सबकुछ..!

डेस्क : भारत में इन दिनों रेलवे के द्वारा ऐसे तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। ताकी, जिन क्षेत्रों मे अभी तक रेलवे लाईन का विस्तार नहीं हो पाया है। ऐसे क्षेत्रों में रेलवे का विस्तार हो सके। प्रयास ये भी है, कि भारत के सुदूर इलाके तक रेलवे लाईन का विस्तार हो सके। ताकि, भारत का हर क्षेत्र रेलवे लाइन से जुड़ सकें। जी हां, हम बात कर रहे हैं भारत के कश्मीर राज्य में चिनाब नदी पर बन रहे दुनिया का सबसे उंचा रेलवे ब्रिज का जो कि अब जल्दी ही संभव हो पाएगा।

रेल मंत्री पियुष गोयल ट्वीट करके दी जानकारी उन्होंने बताया कश्मीर के कौरी क्षेत्र में चिनाब नदी पर विश्व का सबसे उंचा रेलवे पुल जल्द ही बनकर तैयार होगा। भारतीय रेलवे (Indian Railway) एक और इंजीनियरिंग मील का पत्थर प्राप्त करने की राह पर अग्रसर है। वहीं केंद्रीय मंत्री ने कहा, “चिनाब ब्रिज के स्टील आर्क के साथ एक और मील का पत्थर प्राप्त करने के लिये भारतीय रेलवे अच्छे तरीके से कार्य कर रहा है। यह विश्व का सबसे उंचा रेलवे ब्रिज होगा। जानकारी के लिये बता दें कि इस पुल का निर्माण इसी वर्ष के मार्च महीने में पूरा होने की संभावना है।

ब्रिज पर भूकंप का कोई असर नहीं पड़ेगा कश्मीर (Kashmir) में बन रहे चिनाब पुल के बारे में दावा किया जा रहा है कि यह काफी मजबूत ब्रिज होगा। इसपर 8 तीव्रता के भूकंप का कोई भी असर नहीं होगा। वहीं यह अति तीव्रता के विस्फोट का भी सामना कर लेगा। इस ब्रिज की लम्बाई 1315 मीटर होगी।

यह ब्रिज कोंकण रेलवे का अंग होगा भारत का सबसे महत्वपूर्ण कोंकण रेलवे कॉरपोरेशन के द्वारा ही उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक परियोजना के तहत 111 किमी संघर्षपूर्ण मार्ग पर चिनाब नदी पर पुल का निर्माण कर रही है, जो की कश्मीर घाटी को देश के बाकी राज्य के हिस्सों से रेलवे के माध्यम से जोड़ेगा।

एफिल टावर से भी अधिक होगा ऊंचाई रेलवे अधिकारियों की माने चिनाब पुल (Chenab Bridge) का निर्माण चिनाब नदी के तल से 359 मीटर ऊपर किया जा रहा है। इसकी ऊंचाई एफिल टॉवर से अधिक होगी। एफिल टॉवर की ऊंचाई 324 मीटर तक है। चिनाब पुल की लंबाई 17 स्पैन के साथ 1315 मीटर होगी। जिसमें चिनाब नदी पार मुख्य आर्क की लंबाई 467 मीटर होगी।

अप्रैल माह से शुरू हो जाएगा कार्य गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी ने बताया इसी माह के कार्य आरंभ हो जाएगा। जबकी, पिछ्ले 2 वर्षों से जम्मू-कश्मीर में नव-गठित संघ क्षेत्र में काफी तेजी से विकास कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा था, “बीते 2 वर्षों में पिछ्ले 70 वर्षों की तुलना में जम्मू-कश्मीर में अधिक विकास हो रहा है। केंद्र और जम्मू-कश्मीर सरकार दोनों मिलकर क्षेत्र को विकसित करने की प्रयास कर रही है।”