डेस्क : देश इन दिनो कोरोना महामारी की दूसरी लहर को झेल रहा है। ज्ञात हो कि इस लहर में देश सबसे अधिक विभिन्न हिस्सों के युवा पीढ़ी संक्रमित हो रहे है। इसके पूर्व, पहली लहर के दौरान कोरोना ने बुजुर्गों को अपने संक्रमण की चपेट में लिया था। लेकिन, अब जो खबरें सामने आ रही है। वह ज्यादा ही भयावह है। वैज्ञानिकों के अनुसार अब जल्द ही देश में कोरोना की तीसरी लहर भी आने वाली है और इस दौरान 18 साल से कम उम्र के बच्चे वायरस के प्रकोप से सबसे अधिक संक्रमित हो सकते हैं।
जुलाई से सितंबर महीने के बीच तीसरी लहर की शुरुआत होगी: मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस की तीसरी लहर की शुरुआत महाराष्ट्र से होने वाली है। हालांकि, अभी इस बात को लेकर विशेषज्ञ एकमत नहीं हैं कि यह कब से शुरू होगी। बताया यह जा रहा है कि जुलाई से सितंबर महीने के बीच कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत होगी। खबर यह भी है कि देश में शोधकर्ताओं को कोरोना वायरस का जो नया वेरिएंट मिला है, वह पहली और दूसरी लहर वाले वेरिएंट से करीब 1000 गुना ज्यादा खतरनाक है और यह बच्चों में तेजी से संक्रमण फैलाता है। हालांकि, शोधकर्ता और देश के वैज्ञानिकों ने केंद्र सरकार को तीसरी लहर को लेकर केंद्र सरकार को पहले ही आगाह भी कर दिया है।
शिशुओं के लिए टीका विकसित करना बेहद जरूरी है: द टाइम्स ऑफ इंडिया ने संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ नितिन शिंदे के हवाले से लिखा है कि ऐसे समय में शिशुओं के लिए टीका विकसित करना बेहद महत्वपूर्ण है। अगर टीका विकसित नहीं किया गया, तो तीसरी लहर के दौरान बड़े पैमाने पर 18 साल के कम उम्र के बच्चे संक्रमण के शिकार हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि 18 से 44 साल की उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण शुरू कर दिया गया है। इस आयुवर्ग के कई लोग अपनी सुरक्षा के लिए टीका पहले ही लगवा चुके हैं। इसलिए, वायरस अब उन लोगों पर सबसे ज्यादा हमला कर सकता है, जिन्हें उनकी सुरक्षा के लिए टीका नहीं लगाया गया है।