36 हजार करोड़ रुपए की लागत से भारत में जल्द बनेगा दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे, 11 घंटे का सफर मात्र 6 घंटे में होगा पूरा

न्यूज डेस्क : देश में लगातार सड़क निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। बता दें कि जल्द ही देश को दूसरा एक्सप्रेस-वे मिलने वाला है। जिससे देश की आर्थिक ट्रांसपोर्ट में लगातार वृद्धि होगी। 594 किलोमीटर लंबा बनने वाला यह एक्सप्रेस-वे नाम “गंगा एक्सप्रेस वे” रखा जाएगा। यह एक्सप्रेस-वे उत्तरप्रदेश के पश्चिमी हिस्सों को राज्य के पूर्वी हिस्से से जोड़ेगा। बता दे की यह एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य सितंबर 2021 से शुरू किया जाएगा।

यह निर्माण कार्य के लिए 83 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी है। इस परिजनों को कुल 26 महीनों में पूरा करने का आदेश दिया गया। प्रस्तावित योजना के अनुसार गंगा एक्सप्रेस-वे 6 लेन की होगी जिसका विस्तार 8 लेन तक किया जा सकेगा बता दें कि इस गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए 12 पैकेजों में विभाजित किया गया है। कार्य प्रगति की नियमित एवं गहन समीक्षा की जाएगी। यह निर्माण कार्य यूपी के विभिन्न जिलों को होकर गुजरेगी। जैसे – मेरठ में 15 किमी, हापुड़ में 33 किमी, बुलंदशहर में 11 किमी, अमरोहा में 26 किमी, संभल में 39 किमी, बदायूं में 92 किमी, शाहजहांपुर में 40 किमी, हरदोई में 99 किमी और उन्नाव में 105 किमी, रायबरेली में 77 किमी, प्रतापगढ़ में 41 किमी और प्रयागराज में 16 किमी होगी।

36 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनेगी यह परियोजना : बता दें कि यानी निर्माण कार्य मेरठ जिले के NH 334 पर बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव तक बनेगा। एक्सप्रेस वे बनने से डायरेक्ट 519 गांव एक साथ जुड़ सकेंगे। एक्सप्रेस वे बनने से दिल्ली से प्रयागराज की के बीच यात्रा करने में 10-11 घंटे की बजाय सिर्फ 6-7 घंटे यात्रा कर सकेंगे। क्योंकि इसकी स्पीड रफ्तार 120 किमी प्रति घंटे निर्धारित की गई है। साथ ही यह एक्सप्रेस वे बनने से ट्रांसपोर्ट वाहनों के ईंधन की काफी बचत होगी। क्योंकि, प्रतिदिन ट्रांसपोर्ट के वाहन ट्रक, पिकअप, कंटनेर, मिनी ट्रक, ट्रैक्टर, बस, आदि हजारों की संख्या में गुजरेंगे और कम समय में ज्यादा दूरी तय करेंगे। इससे ईंधन की बचत होगी जो देश और ट्रांसपोर्ट व्यापारियों के लिए हितकर है।