न्यूज डेस्क: भारतीय रेलवे बोर्ड की देश भर के विभिन्न रेलवे क्षेत्रों में ऐसी हाई स्पीड ट्रेनें चलाने की योजना है, जिससे यात्री कम से कम समय में कही भी जा सके। वैसे तो रेलवे की विभिन्न फैक्ट्रियों में ऐसे 56 रैक बनाने का काम पहले से ही चल रहा है।
अब इनमें से एक रैक हावड़ा-रांची मार्ग के लिए भी आवंटित किया गया है। अब अगले साल की शुरुआत में बंगाल के यात्रियों को हावड़ा-रांची मार्ग पर इंजन रहित अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस चलेगी। इसे ट्रेन को ट्रेन 18 के नाम से भी जाना जाता है। सूत्रों ने कहा कि रेलवे बोर्ड ने भारत के सबसे तेज लोको को चलाने के लिए पूर्वी रेलवे के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
जो लोग दो शहरों के बीच इंटरसिटी या शताब्दी एक्सप्रेस में यात्रा करते हैं, वे जानते हैं कि 400 किमी की एकतरफा यात्रा में आठ घंटे लगते हैं। लेकिन अब अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस चलने से सिर्फ 4 घंटे का वक्त लगेगा। वर्तमान में 56 ऐसे रेक का निर्माण किया जा रहा है। इनमें से एक हावड़ा-रांची मार्ग के लिए आवंटित किया गया है। कुल मिलाकर 75 रेक बनाए जाएंगे जिससे बंगाल में और ट्रेनें आएंगी। पिछल का महीनों से रैलवे अपने ट्रैक की मरम्मत करनी में लगा हुआ है जिनमे उच्च स्तरीय स्टील का इस्तेमाल किया जा रहा है।