डेस्क : मोदी सरकार ने जिस डिजिटल इंडिया (Digital India) अभियान कि शूर्यवत बड़े जोशो-खरोश के साथ कि थी अब वो पुरे देश पर सिर चढ़ कर बबोलने लगा है। हर कोई बस डिजिटल होना चाहता है , यहाँ तक कि वो सरे विभाग भी अब डिजिटलीकरण के और अपने कदम बढ़ा रहे जो फाइल्स में उलझे रहते थे।मोदी जी के इस डिजिटल इंडिया को बनाने के कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए अब चुनाव आयोग (Election Commission) ने भी वोटर कार्ड को डिजिटल फॉर्मेट में लाने का फैसला आखिर कर ही लिया।
चुनाव आयोग का उद्देश्य मतदाताओं को इलेक्टर्स फोटो आइडेंटिटी कार्ड (EPIC) सुविधा आसानी से मुहैया कराना है। मिली जानकारी के अनुसार डिजिटल वोटर कार्ड पाने के लिए एक हेल्पलाइन शुरू की जाएगी जिसके माध्यम से केवाईसी कराने पर ये सुविधा मिलेगी। मतदाताओं के पास फिजिकल कार्ड भी रहेगा। इससे देश के मतदाताओं को बड़ा लाभ मिलेगा क्योंकि लाइन में लगने और इधर उधर की भागदौड़ से मुक्ति मिलेगी। साथ ही, हिंदुस्तान एक कदम और बढ़ा देगा डिजिटलीकरण के ओर तातपर्य ये कि अपना भारत लगातार डिजिटल हो रहा है।
इस सुविधा के शुरू होने से मतदाता आसानी से डाउनलोड कर सकेंगे वोटर कार्ड।उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग (Election Commission) जल्द ही वोटर कार्ड को डिजिटल फॉर्मेट (Digital Voter Cards) में बदलने करने की योजना पर काम कर रहा है। इसका मतलब ये है कि आने वाले समय में वोटर्स आधार कार्ड (Aadhaar Cards) की तरह वोटर आईडी कार्ड को भी डिजिटल फॉर्मेट में अपने पास रख सकेंगे। इस सुविधा से सुदूर गांवो में बसने वाले लोगों को भी लाभ मिलेगा। अब ऑनलाइन व्यवस्था होने मतदाता घर बैठे अपना वोटर कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। बता दें कि मौजूदा फिजिकल कार्ड भी वोटर्स के पास रहेगा।
उल्लेखनीय है कि डिजिटल वोटर कार्ड में दो क्यूआर कोड होंगे। इस कोड की जानकारियों के आधार पर ऑनलाइन डॉउनलोड किए गए मतदाता कार्ड के जरिए वोट डाला जा सकेगा। इनमें से एक कोड में मतदाता का नाम, पिता का नाम, उम्र, लिंग और फोटो की जानकारी होगी तो दूसरे कोड में पता, क्रम संख्या समेत अन्य जानकारियों होंगी।