डेस्क : आज दोपहर 2:25 पर देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिखा रावत की अंतिम यात्रा शुरू हुई थी। जब दोनों के शवों को रास्ते से ले जाया जा रहा था तो लोग हजारों की भीड़ में उनको देखने के लिए आए थे ऐसे में सभी अपनी नम आंखों से उनको विदाई देना चाहते हैं बता दें कि लोगों ने रास्ते पर जमकर भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए।
इतना ही नहीं लोगों ने पूरी सड़क पर नारेबाजी की “जब तक सूरज चांद रहेगा बिपिन जी का नाम रहेगा”
दोनों का अंतिम संस्कार राजधानी दिल्ली कैंट के बरार स्क्वेयर में किया जाएगा फिलहाल के लिए दिल्ली में अंतिम संस्कार देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है बता दें कि सभी लोग अपने नायक को अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे हुए हैं।
दिल्ली के आर्मी कैंट में बिपिन रावत के शव को लाकर उनकी बेटियां द्वारा अंतिम संस्कार किया गया। फ्रांस और ब्रिटेन के राजदूत ने भी पहले सीडीएस बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी है।
बताते चलें कि तमिलनाडु के हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की मृत्यु हो गई थी। दोनों ीएफ के अन्य अधिकारीयों के साथ आर्मी के एक इंस्टिट्यूट में बतौर गेस्ट बनकर जा रहे थे। सुबह सुबह बिपिन रावत के घर बड़ी बड़ी हस्तियां जैसे:यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, सुप्रीम कोर्ट CJI एनवी रमन्ना, किसान नेता राकेश टिकैत के साथ राहुल गाँधी और मुलायम सिंह को भी देखा गया।
बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में 800 जवान मौजूद थे, 99 सैन्यकर्मी एस्कॉर्ट करेंगे, 6 लेफ्टिनेंट अफसर तिरंगा लेकर चलेंगे और 12 ब्रिगेडियर स्टार के लोग मौजूद होंगे। बिपिन रावत को 17 तोपों की सलामी दी गई।