अब तक का सबसे बड़ा MMS कांड, जिस पर बन गई फिल्म, देखकर हिल गया था सारा देश

डेस्क : चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की करीब 60 छात्राओं का कथित एमएमएस वायरल होने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। आरोप है कि हॉस्टल के बॉथरूम में नहाती हुई लड़कियों का चुपके से यूनिवर्सिटी की ही एक छात्रा ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। जानकारी के मुताबिक, आरोपी छात्रा लंबे समय से लड़कियों का वीडियो बना रही थी और हिमाचल के रहने वाले एक लड़के के पास उन्हें भेजा करती थी।

आज से 18 साल पहले इस कांड ने दिल्ली के एक नामी स्कूल के एमएमएस कांड की याद दिला दी है। कैमरे वाले मोबाइल फोन का दौर तब शुरू ही हुआ था और उस एमएमस कांड ने दिल्ली ही नहीं, बल्कि पूरे देश को हिलाकर रख दिया था।

2004 की बात है जब दिल्ली के एक नामी स्कूल के परिसर में ही दो स्टूडेंट्स का अश्लील वीडियो सामने आया था। दोनों ही नाबालिग थे। लड़के ने अपने कैमरे वाले मोबाइल फोन से वीडियो को रिकॉर्ड किया था। वीडियो देखने से लग रहा था कि इस बात से लड़की वाकिफ नहीं थी कि सबकुछ कैमरे में भी रिकॉर्ड हो रहा है। देखते ही देखते मोबाइल फोन पर उनका एमएमएस शेयर किए जाने लगे।

स्कूल ने लड़के-लड़की और 8 दूसरे स्टूडेंट्स को इस कांड के बाद मोबाइल फोन रखने की वजह से सस्पेंड कर दिया। स्टूडेंट्स के मोबाइल फोन रखने पर स्कूल में बैन लगा दिया गया। स्कूल ने आनन-फानन में इसे लेकर पैरेंट्स और स्टूडेंट्स के लिए सख्त गाइडलाइंस भी जारी किए। स्टूडेंट्स को स्कूल की तरफ से चेतावनी दी गई कि स्कूल में अगर मोबाइल लेकर आए तो उसे न सिर्फ जब्त किया जाएगा, बल्कि उसके ऊपर 1000 रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा।

दिल्ली समेत पूरे देश को उस एमएमस कांड ने हिला दिया था। स्टूडेंट्स को कैमरे वाले मोबाइल फोन देने चाहिए या नहीं, को लेकर भी बहस छिड़ी थी। इसी घटना पर फिल्मकार अनुराग कश्यप ने 5 साल बाद ‘देव डी’ नाम की एक फिल्म भी बनाई थी। यूं तो वह फिल्म मशहूर ‘देवदास’ से प्रेरित थी, लेकिन उसके मुख्य किरदारों और दिल्ली स्कूल एमएमएस कांड में काफी समानताएं थीं। एमएमएस कांड में दोनों ही फंसे थे। हालांकि, असली घटना में छात्रा को विदेश उसके अभिभावकों ने भेज दिया था।